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बंगाल में NIA की टीम पर हमला, चारों तरफ से घेरा, शीशे तोड़े, मुश्‍क‍िल से बची जान

NIA Attacked In Bengal: एनआईए की टीम शुक्रवार की रात सीएपीएफ के साथ इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने गई थी। इस दौरान अज्ञात लोगों ने उन पर हमला कर दिया। उल्लेखनीय है कि करीब 3 महीने पहले बंगाल के संदेशखाली में जांच करने गई प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर भी हमला हुआ था।

Edited By : Gaurav Pandey | Updated: Apr 6, 2024 13:32
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NIA Team Attacked in West Bengal
Representative Image

NIA under attack in West bengal : पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले में भूपतिनगर में हुए धमाके के केस में जांच करने की एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम पर हमला होने की जानकारी सामने आई है। एनआईए की टीम सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) के साथ इस मामले में गिरफ्तारी करने गई थी। इस दौरान अज्ञात लोगों ने उन पर हमला कर दिया। हमलावरों ने एनआईए टीम पर पत्थर फेंके जिससे कार के शीशे टूट गए। वहीं, 2 अधिकारियों को चोट भी आई है। गनीमत रही कि कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। बता दें कि करीब 3 महीने पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर संदेशखाली में हमला हुआ था।

जानकारी के अनुसार एनआईए की टीम साल 2022 में हुए बम धमाके के मामले में जांच करने पहुंची थी। तभी हमलावरों ने एनआईए के वाहन पर ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। यह घटना शनिवार सुबह करीब 5.30 बजे की है। बता दें कि यह हमला 3 दिसंबर 2022 को हुआ था जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में पिछले महीने एनआईए ने टीएमसी के आठ नेताओं को पूछताछ के लिए समन भेजा था। इससे पहले भी इन नेताओं को पेश होने के लिए कहा गया था लेकिन वह हाजिर नहीं हुए थे। टीएमसी नेताओं ने आरोप लगाया है कि एनआईए भाजपा के इशारे पर उनके खिलाफ काम कर रही है।

‘अपराधियों को सुरक्षा देती है बंगाल सरकार’

उधर, भाजपा की राष्ट्रीय आईटी सेल के प्रभारी और पार्टी की बंगाल इकाई के उप प्रभारी अमित मालवीय ने इस घटना को लेकर बंगाल सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि ममता बनर्जी के शासन में बंगाल की कानून व्यवस्था तबाह है। ईडी अधिकारियों पर हमले के बाद अब एक और केंद्रीय एजेंसी पर हमला हुआ है। दो टीएमसी नेताओं को गिरफ्तार करने की एनआईए की टीम को निशाना बनाया गया। ऐसा स्थानीय पुलिस की संलिप्तता के बिना होना संभव नहीं है। बंगाल में शाहजहां शेख से लेकर अनुब्रतो मंडल तक सभी अपराधियों को टीएमसी से सुरक्षा मिलती है।

इस घटना को लेकर ममता बनर्जी ने क्या कहा

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि एनआईए की टीम बिना पुलिस को जानकारी दिए गई थी। यह नियम है कि स्थानीय पुलिस को बताकर जाना चाहिए। आधी रात को लोगों ने देखा कि वह लोगों को अरेस्ट करके ले जा रहे हैं। चुनाव से पहले किसी को गिरफ्तार करने का अधिकार नहीं है। बनर्जी ने दावा किया कि एनआईए चुनाव जिताने के लिए भाजपा की मदद कर रहे हैं। आप सबको अरेस्ट करके आखिर क्या बताना चाह रहे हैं? क्या आप सब बूथ एजेंट्स को अरेस्ट कर चुनाव जीत जाएंगे?  बनर्जी ने कहा कि यह गलत है।

‘भाजपा के इशारों पर काम कर रही एनआईए’

टीएमसी नेता कुणाल घोष आरोप लगा चुके हैं कि भाजपा ने पूर्व मेदिनीपुर जिले के टीएमसी नेताओं की एक लिस्ट एनआईए को दी है। एनआईए इन नेताओं को गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है। बता दें कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है और भाजपा विपक्ष में है। उल्लेखनीय है कि टीएमसी के नेता पहले भी दावा करते रहे हैं कि भाजपा राज्य सरकार की स्थिति को खराब करने के लिए सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। हालांकि, भाजपा इन आरोपों को सिरे से खारिज करती रही है। इससे पहले संदेशखाली में आरोपी शाहजहां शेख के आवास पर छापेमारी करने गई ईडी की टीम पर भी इसी तरह हमला किया गया था।

 

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Written By

Gaurav Pandey

First published on: Apr 06, 2024 10:20 AM

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