Vande Metro In India: वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का एक मिनी वर्जन वंदे मेट्रो जल्द ही दिसंबर 2023 तक चालू हो जाएगी। वंदे मेट्रो मेट्रो रेल नेटवर्क शहरों द्वारा कम दूरी वाले बड़े शहरों को जोड़ेगी। बड़े शहरों में लोगों को अपने कार्यस्थल और गृहनगर के बीच आराम से यात्रा करने में मदद करने के उद्देश्य से वंदे मेट्रो सेवाओं को विकसित किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘यह (वंदे मेट्रो) नौकरी चाहने वालों और छात्रों को समय की बचत के साथ एक शहर से दूसरे शहर में विश्व स्तरीय परिवहन प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा। साथ ही इससे लोकल ट्रेनों पर भीड़ के दबाव को कम करने में भी मदद मिलेगी। दिसंबर तक ट्रेन बनकर तैयार हो जाएगी।’ वैष्णव ने कहा कि वंदे भारत को मिले रिस्पांस के आधार पर वंदे भारत मेट्रो चलाने की योजना तैयार की गई है।
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पांच विशेष बातें
- फ्रीक्वेंसी: वंदे मेट्रो को इस अवधारणा के साथ बनाया जा रहा है कि ये ट्रेनें कई बार चक्कर लगा सकें। यह एक दिन में चार या पांच बार चल सकेंगी।
- दूरी: वंदे मेट्रो 100 किलोमीटर से कम की दूरी तय करेगी। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें लगभग 500 किमी की दूरी तय करती हैं।
- आकार: एक वंदे मेट्रो आठ कोचों की होगी, जो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की तुलना में आकार में बहुत छोटी होगी, जिसमें 16 कोच हैं।
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- स्पीड: वंदे मेट्रो 125 से 130 किमी की रफ्तार से चलेगी। वंदे भारत मेट्रो यात्रियों के लिए रैपिड शटल जैसा अनुभव होगा। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें, जो 160 किमी प्रति घंटे की गति प्राप्त कर चुकी हैं, विभिन्न राज्यों में 130 किमी प्रति घंटे की गति से चलती हैं। वंदे मेट्रो के लिए हाई-स्पीड टेस्ट ट्रैक तैयार होगा।
- सुविधा: वंदे मेट्रो ट्रेनों में बाथरूम की सुविधा नहीं होगी।