Uttarkashi Tunnel Rescue Update: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग में मजदूरों को फंसे हुए आज 14 दिन हो गए, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद भी अभी तक उन्हें निकालने में सफलता नहीं मिली है। मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इसकी निगरानी कर रहे हैं। घटनास्थल पर आज वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू हो सकती है। सुरंग में फंसे सभी मजदूर जीवन और मौत के बीच जूझ रहे हैं। मौके पर तमाम बड़े अधिकारी भी मौजूद हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में अब इंडियन आर्मी भी मदद करेगी। मजदूरों के परिजन भी वहां मौजूद हैं। जैसे-जैसे रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी हो रही है उनकी निराशा बढ़ती जा रही है। वे लगातार मजदूरों के बाहर आने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
सिल्क्यारा सुरंग में फंसे उत्तर प्रदेश के एक मजदूर के पिता ने इसपर चिंता जताते हुए अपना दर्द बयां किया है। मजदूर के पिता ने दुखी होकर कहा कि वे नहीं चाहते कि उनका बेटा सुरंग में काम करे। उनका नाम दुखी चौधरी है और वे लखीमपुर खीरी के रहने वाले हैं, जिनकी उम्र 50 साल है। उनके एक आंख की रौशनी चली गई है। चौधरी का 22 साल का बेटा मंजीत सिल्क्यारा सुरंग में फंसा हुआ है।
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नहीं चाहते बेटा सुरंग में करे काम-पिता
समाचार एजेंसी एएनआई से चौधरी ने कहा कि वे और उनका पूरा परिवार चाहता है कि बेटा सुरक्षित घर वापस आ जाए। हम नहीं चाहते कि अब वह सुरंग में काम करे। हम गांव में ही कोई छोटा बिजनेस शुरू करेंगे या खेती और पशुपालन शुरू करेंगे। उनके मुताबिक परिवार गरीब और अकेला कमाने वाला मंजीत ही घर चलाता है।
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पुल निर्माण के वक्त हुई थी बेटे की मौत
चौधरी पहले ही एक बेटे को खो चुके हैं। उनके बड़े बेटे की एक पुल निर्माण दुर्घटना में मौत हो गई थी। तब उसकी उम्र 22 साल थी। उनका कहना है कि वे 50 साल की उम्र में भी कुछ काम करेंगे, लेकिन वे चाहते हैं कि बेटा घर में ही उनके साथ रहे। बता दें कि 12 नवंबर को दिवाली के दिन सिल्क्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढहने से सुरंग के अंदर 41 मजदूर फंसे हुए हैं।
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