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गोवा में बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा तो सबसे कम कहां? सर्वे रिपोर्ट में हुए चौंकाने वाले खुलासे

India Unemployment Rate : पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे (PLFS) के आंकड़े जारी किए गए हैं, जिसमें बताया गया है कि सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर वाला राज्य कौन था और सबसे कम वाला। इस रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं।

Edited By : Rahul Pandey | Updated: Sep 26, 2024 08:00
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unemployment rate
(File Photo)

India Unemployment Rate : देश में बेरोजगारी को लेकर आंकड़े सामने आए हैं। इन आंकड़ों में जहां कुछ राज्यों ने उपलब्धि हासिल की है तो वहीं कुछ राज्यों का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे (PLFS) 2023-24 के अनुसार, जहां मध्य प्रदेश जैसे बड़े राज्य में बेरोजगारी दर 1 फीसदी से भी कम है तो वहीं गोवा जैसे छोटे राज्य में बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा है। गोवा में बेरोजगारी की दर 8.7 प्रतिशत दर्ज की गई, जो कि देश के औसत 4.5 फीसदी से लगभग दोगुनी है। साल 2022-23 में यह दर 9.7% थी। पिछले साल के मुकाबले सिर्फ 1 फीसदी की गिरावट आई है। गोवा में बेरोजगारी का आंकड़ा ऐसे समय पर आया है, जब विपक्ष कैश फॉर जॉब के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और उनकी सरकार पर हमलावर है।

अगर हरियाणा की बात करें तो एक साल के अंदर सबसे ज्यादा बेरोजगारी हरियाणा में घटी है। साल 2022-23 के बीच हरियाणा में बेरोजगारी दर 6.1 प्रतिशत थी, जो इस साल घटकर 3.4 फीसदी पहुंच गई। सर्वे के मुताबिक, इसमें एक साल में 2.7 फीसदी की गिरावट आई है, जो किसी भी राज्य से सबसे ज्यादा है।

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महिलाओं की स्थिति और भी गंभीर

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गोवा में महिलाओं की स्थिति और भी ज्यादा गंभीर है। उनकी बेरोजगारी दर 16.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जबकि देश का औसत 4.9 फीसदी है। इसके साथ ही गोवा में काम करने वालों की भागीदारी भी राष्ट्रीय औसत से कम है। जहां गोवा में यह 39 फीसदी है तो वहीं पूरे देश में यह 42.3 प्रतिशत है।

इस क्षेत्र से जुड़े हैं सबसे ज्यादा लोग

गोवा में किस सेक्टर में कितने लोग काम करते हैं, यह भी काफी अहम है। यहां 55 फीसदी लोग सेवाओं के क्षेत्र में काम करते हैं, जबकि 19.7 प्रतिशत कृषि में और 30.5 प्रतिशत अन्य उद्योगों में, लेकिन ये क्षेत्र नए नौकरी चाहने वाले खासकर युवाओं और महिलाओं को काम देने में नाकाम साबित हो रहे हैं।

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विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना

इन आंकड़ों के बाद विपक्ष एक बार फिर सरकार पर आक्रमक है। विपक्ष का कहना है कि जब बड़े राज्य पिछले साल की तुलना में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते हैं तो गोवा जैसे छोटे राज्य में बेरोजगारी क्यों इतने बड़े पैमाने पर हैं, जबकि गोवा प्राकृतिक तौर पर काफी संपन्न राज्य है। विजय सरदेसाई ने सरकार की नियत पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सरकार की नीतियां जनता के हित में नहीं हैं। बेरोजगारी की इस गंभीर स्थिति का कारण सिर्फ आर्थिक समस्याएं नहीं हैं, बल्कि सरकारी नौकरियों में चल रहा भ्रष्टाचार भी है।

क्या है कैश फॉर जॉब, जिसे लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है

हाल ही में गोवा सरकार में कैश पर फॉर जॉब का आरोप लगाकर विपक्ष सत्ताधारी बीजेपी पर हमलावर है। विपक्ष के नेता और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई का आरोप है कि दक्षिण गोवा के जिला अधिकारी कार्यालय में 92 रिक्त क्लर्क पदों की भर्ती के लिए उम्मीदवारों से पैसे मांगे जा रहे हैं। इसे लेकर कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियों ने न्यायिक जांच की मांग की। विपक्ष के आरोपों पर राज्य सरकार में राजस्व मंत्री बाबुश मोन्सेरात ने पलटवार करते हुए कहा था कि अगर पैसे मांगने का सबूत है तो पेश करें, सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

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Rahul Pandey

Edited By

Rahul Pandey

First published on: Sep 25, 2024 09:00 PM

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