नई दिल्ली: देश के पलवानों का दंगल दिल्ली के जंतर-मंतर पर जारी है। न्याय के लिए पहलवान धरना पर बैठे हैं। भाजपा सांसद और रेसलिंग फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने पहलवानों को नार्को टेस्ट कराने की चुनौती दी थी। पहलवानों इसे स्वीकार कर लिया है। सोमवार को बजरंग पूनिया ने कहा कि हम सभी किसी भी टेस्ट के लिए तैयार हैं, लेकिन इसे सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराया जाए। नार्को टेस्ट लाइव हो ताकि सवाल-जवाब पूरा देश सुनें।
नार्को टेस्ट से निकलेगा हल?
बजरंग पुनिया ने कहा कि अगर रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के घोटाले गिनाने हैं तो हम नार्को टेस्ट के लिए तैयार है। जिन महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं उनके साथ उनके कोच का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए। बृजभूषण ने रविवार को कहा था कि मैं अपना नार्को टेस्ट, पॉलीग्राफी टेस्ट तथा लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए तैयार हूं। मगर मेरी शर्त है कि मेरे साथ ही विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का भी यही टेस्ट होना चाहिए।
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देस शीर्ष पहलवान धरने पर बैठे हैं
बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर देश के शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक समेत बहुत से रेसलर्स 23 अप्रैल 2023 से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना पर बैठे हैं। बृजभूषण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे रेसलर्स के सपोर्ट में खाप पंचायतें भी आ चुकी हैं। रविवार को रोहतक के महम चौबीसी में खाप महापंचायत हुई। फैसला लिया गया कि पहलवानों के समर्थन में 23 मई को दिल्ली के इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला जाएगा।
28 मई को पीएम मोदी दिल्ली में नई संसद का उद्घाटन करने वाले हैं। उस दिन वीर सावरकर के नाम से मशहूर विनायक दामोदर सावरकर की 140वीं जयंती है। खाप पंचायत ने कहा कि पहलवानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए देश भर से महिलाएं उस दिन नई दिल्ली पहुंचेंगी।
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