Tamil Nadu Stampede Update: तमिलनाडु के करूर में मची भगदड़ मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) एस. डेविडसन देवसिरवथम ने बताया कि मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. एक्टर विजय की पार्टी तमिलनाडु वेत्री कझगम (TVK) के जिला सचिव के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. पुलिस और सरकार जानना चाहती है कि जब 10000 लोगों की रैली की परमिशन ली गई थी और परमिशन दोपहर 3 बजे से रात 10 तक के लिए मिली थी तो इतनी भीड़ क्यों जुटने दी गई और सुबह 11 बजे ही लोगों को रैली स्थल पर जुटने क्यों दिया गया?
मुख्यमंत्री ने गठित किया जांच आयोग
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सरकारी मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल का दौरा करके घायलों का हालचाल जाना और हाई लेवल मीटिंग बुलाकर मंत्रियों को हरसंभव मदद करने का आदेश दिया. साथ ही हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस अरुणा जगदीशन के नेतृत्व में जांच आयोग गठित करने की घोषणा की और जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट देने कहा. उन्होंने कहा कि करूर जिला प्रशासन ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी जांच रिपोर्ट मांगी है. जांच अयोग के जरिए ही घटनाक्रम की सच्चाई समाने आएगी, वे कोई राजनीतिक बयान नहीं देंगे.
सोशल मीडिया पर रैली पर उठे सवाल
बता दें कि सोशल मीडिया पर करूर में मची भगदड़ पर सवाल उठाए जा रहे हैं. यूजर्स पूछ रहे हैं कि बेशक विजय थलापति एक्टर हैं, लेकिन अब वे नेता हैं और चुनाव प्रचार करने के लिए रैली बुलाई गई थी तो राजनीतिक रैली में बच्चों को क्यों लाया गया था? वहीं जब एक्टर विजय को पता था कि उन्हें सुनने के लिए भीड़ जुटी है तो वे समय से क्यों नहीं आए? उनकी पार्टी ने इतनी भीड़ जुटने क्यों दी? क्योंकि रैली में एक अफवाह फैलने से भगदड़ मच गई और दम घुटने से 39 लोगों की जान चली गई. करीब 100 लोग घायल हैं तो सरकार-पुलिस और विजय बताएं कि जिम्मेदारी कौन लेगा?