अफगानिस्तान के विदेश मंत्री इस वक्त भारत दौरे पर हैं. पहले दिन दिल्ली में विदेश मंत्री समेत तमाम अधिकारियों से मुलाकात और बैठक करने के बाद दूसरे दिन वह उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मौजूद दारुल उलूम देवबंद पहुंचे. जहां उन्होंने जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी से मुलाकात की. मुलाकात के बाद मदनी ने कहा कि अब कोई अफगानिस्तानी आतंकी भारत में नहीं आएगा.
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री के साथ हुई मुलाकात को लेकर मौलाना मदनी ने कहा कि मैंने उनसे कहा कि आपके साथ हमारे संबंध सिर्फ पढ़ाई से जुड़े नहीं हैं. आपने भारत की आजादी में योगदान दिया है. हमारे पूर्वजों ने भारत की आजजादी के लिए अफगानिस्तान की धरती को चुना था. अपनी आजादी के लिए आपने अमेरिका और रूस जैसी ताकतों को हराया था. जब हमने ब्रिटेन को हराया था, तब आपने हमसे यह सीखा था कि यह कैसे किया जाता है.
‘अब अफगानिस्तान से कोई आतंकी नहीं आता’
मदनी ने कहा कि मैंने उनसे कहा कि यह मुलाकात दर्शाती है कि भारत के मुसलमानों और दारुल उलूम देवबंद के आपके साथ कितने गहरे रिश्ते हैं. दुनिया के सभी देशों के बीच, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो, सद्भाव होना चाहिए. हमारी कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई. दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहतर होंगे. मदनी ने कहा कि भारत को शिकायत रही है कि अफगानिस्तान भारत में आतंकवादी भेजता है. अब इस मुलाकात के बाद यह तय हो गया है कि अफगानिस्तान से कोई भी आतंकवादी भारत नहीं आएगा.
अपने देवबंद दौरे पर अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने कहा, “मैं इस भव्य स्वागत और यहां के लोगों द्वारा दिखाए गए स्नेह के लिए आभारी हूं. मुझे उम्मीद है कि भारत-अफगानिस्तान संबंध और भी मजबूत होंगे।. हम नए राजनयिक भेजेंगे और मुझे उम्मीद है कि आप लोग भी काबुल जाएंगे. मुझे भविष्य में और मजबूत संबंधों की उम्मीद है, दिल्ली में जिस तरह से मेरा स्वागत हुआ, उसे देखते हुए निकट भविष्य में ये दौरे और भी ज्यादा हो सकते हैं.”










