Supreme Court statement on Stubble Delhi NCR Pollution: दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हरियाणा और पंजाब में लगातार पराली जलाई जा रही है। दोनों में से सबसे ज्यादा पराली जलाने की घटनाएं पंजाब में हो रही हैं। पराली जलाने के कारण पंजाब में भूजल स्तर भी लगातार घट रहा है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम एक और रेगिस्तान नहीं चाहते हैं। इसलिए क्यों न धान की खेती ही बंद कर दी जाए।
Air pollution in Delhi-NCR: The Supreme Court expresses concern on the reducing groundwater in Punjab and says there is a need to phase out paddy cultivation in the state.
---विज्ञापन---"Water table in Punjab is going down. We don't want another desert there. Phasing out of paddy is needed,"… pic.twitter.com/aUyRaVnuuB
— ANI (@ANI) November 10, 2023
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…तो लोगों को मरने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसान भी समाज का हिस्सा हैं। उन्हें ज्यादा जिम्मेदार होना होगा। साथ ही हमें भी किसानों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील होना होगा, लेकिन लोगों को मरने के लिए मजबूर भी नहीं किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पंजाब में किसान बहुत अच्छी तरह से संगठित हैं। कोर्ट ने पंजाब सरकार से भी पूछा है कि आप किसान संगठनों से बात क्यों नहीं करते हैं? सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि प्रदूषण का स्तर कम होना चाहिए, इसके लिए कल का इंतजार नहीं किया जा सकता।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) November 10, 2023
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने कही ये बात
उधर दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि एक्यूआई स्तर पर बारिश का सकारात्मक प्रभाव देखा गया है। एक्यूआई सूचकांक में सुधार हुआ है। हम ऑड-ईवन स्कीम पर अपनी स्टडी सुप्रीम कोर्ट के सामने रखने जा रहे हैं। बता दें कि पिछले कई दिनों से दिल्ली में हो रहे प्रदूषण को रोकने के लिए ऑड-ईवन स्कीम और कृत्रिम बारिश की जरूरत दिल्ली सरकार ने महसूस की थी। इसी को लेकर मामला चर्चाओं में है।