Story of Mahatma Gandhi’s portrait on Indian Currency: महात्मा गांधी की पांच रुपये के नोट से लेकर दो हजार रुपये के नोट पर हर जगह मुस्कुराती तस्वीरें नजर आती हैं। हालांकि, क्या आपको पता है कि महात्मा गांधी की जिन तस्वीरों को आप भारतीय करेंसी नोट पर देखते हैं वो किसने और कब खींची थी। बता दें कि आजादी के बाद से महात्मा गांधी की तस्वीर नोट पर नहीं है बल्कि शुरू में नोट पर अशोक स्तंभ की फोटो होती थी।
कई प्रमुख फोटोग्राफरों ने गांधी जी की तस्वीरों को खींचा
महात्मा गांधी के जीवन काल में हेनरी कार्टियर-ब्रेसन, मार्गरेट बॉर्के-व्हाइट और मैक्स डेसफोर जैसे कई प्रमुख फोटोग्राफरों ने उनकी तस्वीरें खींचीं। महात्मा गांधी आजादी से पहले ही राष्ट्रपिता के नाम से पुकारे जाते थे, इसलिए 1947 में स्वतंत्र भारत के गठन के बाद राष्ट्रीय मुद्रा पर उनका आना एक स्पष्ट विकल्प प्रतीत हो सकता था। लेकिन कई दशकों के बाद 1996 में गांधी की तस्वीर को नोट पर पर्मानेंट रूप से छापा जाने लगा।
महात्मा गांधी की नोट वाली तस्वीर 1946 में गई थी खींची
बैंक नोटों पर दिखाई देने वाली गांधी की तस्वीर 1946 में ली गई थी और यह एक तस्वीर का कट-आउट है। जहां वह ब्रिटिश राजनेता लॉर्ड फ्रेडरिक विलियम पेथिक-लॉरेंस के साथ खड़े हैं। तस्वीर का चयन इसलिए किया गया क्योंकि इसमें गांधी की मुस्कुराहट के सबसे अच्छे एक्सप्रेशन दिखाई देते हैं। इसलिए उनकी इस फोटो को चुना गया। हालांकि, इस तस्वीर को शॉर्टलिस्ट करने वाला शख्स अज्ञात है। साथ ही ये भी नहीं कहा जा सकता है कि ये तस्वीर किसने खींची थी क्योंकि उस दौरान कई फोटोग्राफरों ने गांधी की तस्वीर खींची थी। इसलिए साफ तौर पर कहा नहीं जा सकता कि उनमे से किसने वो फोटो खींची।
आजादी के बाद नोटों पर होती थी ब्रिटिश किंग जॉर्ज VI की तस्वीर
बता दें कि गांधी की पहली बार फोटो 1969 में भारतीय करेंसी पर अंकित की गई थी। जब उनकी 100वीं जयंती मनाने के लिए नोट जारी किए गए थे। इन नोटों पर आरबीआई गवर्नर एलके झा के हस्ताक्षर और इस फोटो में सेवाग्राम आश्रम के साथ गांधी को दर्शाया गया है। इसके बाद अक्टूबर 1987 में गांधीजी की फोटो 500 रुपये के नोटों पर भी छापी गई। 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्र भारत की घोषणा के बाद कुछ महीनों तक आरबीआई ने ब्रिटिश किंग जॉर्ज VI की तस्वीर के साथ नोट जारी करता रहा था।
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