नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को राहुल गांधी पर एक नया हमला किया। जिसमें कहा गया कि कांग्रेस नेता अपनी पिछली टिप्पणी के लिए भारत के सर्वोच्च न्यायालय से माफी मांगने के बाद कायर नहीं होने का नाटक कर रहे हैं। वायनाड के पूर्व सांसद को उनकी ‘मोदी सरनेम’ टिप्पणी पर मानहानि के मामले में सूरत की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए है। उन्हें लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। इसे लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं।
राहुल गांधी ने ओबीसी समुदाय का अपमान किया-स्मृति ईरानी
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी को अदालत ने ओबीसी समुदाय को ‘अपशब्द’ कहने के लिए दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का अपमान करने की कोशिश में राहुल गांधी पूरे ओबीसी वर्ग का अपमान कर गए। यह पहली बार नहीं है जब गांधी परिवार ने दलित या पिछड़े वर्ग के लोगों का अपमान करने की कोशिश की है। जब एक आदिवासी समुदाय से आने वाली महिला राष्ट्रपति बनीं थी, तो कांग्रेस के सदस्यों ने गांधी परिवार के निर्देश पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भी अपमान किया था।
स्मृति ईरानी ने कहा- “उन्होंने (राहुल गांधी) संसद में पीएम मोदी को गाली दी और आरोप लगाया लेकिन अपने स्वयं के हस्ताक्षर से प्रमाणित करके अपने स्वयं के बयान को सत्यापित नहीं कर सके। अदालत ने राहुल गांधी को किसी एक व्यक्ति का अपमान करने के मामले में नहीं बल्कि पूरे समुदाय का अपमान करने के लिए दोषी माना है। मई 2019 में, राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपने ‘चौकीदार चोर है’ वाले तंज के लिए सुप्रीम कोर्ट में बिना शर्त माफी मांगी थी।
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि एक पत्रिका को दिए इंटरव्यू में राहुल गांधी ने कहा है कि वह प्रधानमंत्री मोदी की छवि पर लगातार हमला करते रहेंगे, जब तक वह उनकी छवि को बर्बाद ना कर दें। गांधी परिवार भी प्रधानमंत्री की छवि को धूमिल करने की कोशिश की लेकिन वह उसमें सफल नहीं हुए। वह प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आम जनता के प्यार को कम नहीं कर सके।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अपमान किया गया
मंत्री ने कहा, “जब आदिवासी परिवार की एक महिला राष्ट्रपति बनीं तब भी गांधी परिवार के निर्देश पर एक कांग्रेस सदस्य द्वारा द्रौपदी मुर्मू का अपमान किया गया।” पिछले दिनों राहुल गांधी के एक इंटरव्यू का हवाला देते हुए ईरानी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को खराब करने की कसम खाई थी हालांकि वह सफल नहीं हुए। बता दें कि संसद सदस्यता जाने के बाद राहुल गांधी को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया है। इस पर स्मृति ईरानी ने कहा कि वह आवास राहुल गांधी का नहीं है, वह आम जनता का है।