मंगलवार को संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हो रही है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने पहलगाम हमले पर सरकार को घेरा। वहीं नेहरू का नाम लेने पर प्रियंका गांधी ने गृहमंत्री अमित शाह को घेरते हुए कहा कि परिवार की लिस्ट गिनवाने लगते हैं। 11 साल से तो आप सत्ता में हैं। प्रियंका गांधी ने कहा कि नेहरू ने क्या किया, इंदिरा ने क्या किया, यहां तक कि वो (अमित शाह) मेरी मां के आंसूओं तक चले गए। लेकिन ये जबाव नहीं दे पाए कि जब हम पूरी तरह से जीतने वाले थे तो जंग क्यों रुकी?
मुंबई हमले का जिक्रकर बताया कांग्रेस का शासन
सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि पहलगाम हमले में 26 लोगों को निर्मम हत्या हुई। लेकिन गृहमंत्री, प्रधानमंत्री किसी ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली। कहा कि मुंबई हमले में उसी दौरान सभी आतंकियों को मार दिया गया। बाद में 1 आंतकी को फांसी दी गई। प्रियंका ने कहा कि उस समय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया। गृहमंत्री ने जिम्मेदारी समझी और इस्तीफा दिया। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा कि पुलवामा हमला, उरी हमला, पहलगाम हमला हुए लेकिन गृहमंत्री या रक्षा मंत्री ने इस्तीफा नहीं दिया न ही जिम्मेदारी ली।
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सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया
संसद में प्रियंका गांधी ने सरकार को घेरते हुए कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 भारतीयों को उनके परिवार के सामने मारा गया। लोग सरकार भरोसे पहलगाम गए थे, सरकार ने उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया। गांधी ने कहा कि 1 घंटे तक आंतकियों ने हैवानियत की। लेकिन वहां कोई सिक्योरिटी नहीं थी। सेना का कोई जवान नहीं था। प्रियंका ने सरकार से पूछा कि क्या सरकार नहीं जानती बैसरन घाटी में रोजाना सैकड़ों घूमने जाते हैं। वहां तक पहुंचने का रास्ता जंगल होते हुए जाता है।
TRF को 3 साल बाद आंतकी संगठन माना
प्रियंका गांधी ने संसद में दावा किया कि टीआरएफ भारत में साल 2020 से सक्रिय है। 2020 से 22 अरप्रैल 2025 तक टीआरएफ ने 25 आंतकी हमले किए। गांधी ने कहा कि यह आतंकी सगठन साल 2020 से भारत में आर्मी, पुलिस, नागरिको को मारा लेकिन भारत में साल 2023 में इस संगठन को आंतकी संगठन माना। प्रियंका ने सरकार से सवाल पूछा कि टीआरएफ को आंतकी संगठन मानने में इतनी देर क्यों कर दी।