Prime Minister Narendra Modi Flew Tejas Fighter Jet: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज सुबह बेंगलुरु में तेजस लड़ाकू विमान उड़ाया। जानकारी के अनुसार पीएम मोदी बेंगलुरु के येलहंका एयरबेस पहुंचे थे। बता दें कि तेजस को हिंदूस्तान एयरोनाॅटिक्स लिमिटेड ने बनाया है। यह डबल सीटर स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान है वायुसेना में अब तक इसकी 2 स्क्वॉ़ड्रन शामिल हो चुकी है।
PM Narendra Modi tweets, "Successfully completed a sortie on the Tejas. The experience was incredibly enriching, significantly bolstering my confidence in our country's indigenous capabilities, and leaving me with a renewed sense of pride and optimism about our national… pic.twitter.com/PHKG5llA2j
— ANI (@ANI) November 25, 2023
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पीएम मोदी ने फाइटर जेट उड़ाने के बाद कहा कि यह अनुभव अविश्वसनीय रूप से समृद्ध था, जिसने हमारे देश की स्वदेशी क्षमताओं में मेरे विश्वास को काफी बढ़ा दिया है। हमारी राष्ट्रीय क्षमता के बारे में मुझमें नए सिरे से गर्व और आशावाद की भावना पैदा की।
बता दें कि पीएम मोदी से पहले कई हस्तियां लड़ाकू विमान उड़ान उड़ा चुकी है।
एपीजे अब्दुल कलाम- पूर्व प्रसिडेंट अब्दुल कलाम 8 जून 2006 को भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 एमकेआई पर 30 मिनट तक उड़ान भरने वाले पहले प्रेसिडेंट थे।
प्रतिभा पाटिल- पूर्व प्रेसिडेंट प्रतिभा पाटिल ने 25 नवंबर 2009 को सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरने वाली पहली महिला राष्ट्र प्रमुख थी। उन्होंने 74 साल की उम्र में सुखाई-30 एमकेआई जेट विमान से 30 मिनट के लिए उड़ान भरी थी।
निर्मला सीतारमण- निर्मला सीतारमण बतौर रक्षा मंत्री 17 जनवरी 2018 को राजस्थान में सुखोई-30 एमकेआई विमान में उड़ान भरी थी।
राजीव प्रताप रूडी- भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने 19 फरवरी 2015 को एयरो इंडिया शो के दौरान 2015 में सुखाई-30 एमकेआई से उड़ान भराी थी।
पढ़े तेजस का सफर
सबसे पहले 1983 में लाइट काॅम्बैट एयरक्राफट प्रोजेक्ट के तहत बनना शुरू हुआ। साइंटिस्ट डाॅ. कोटा हरिनारायण और उनकी टीम ने स्वदेशी लड़ाकू विमान बनाया था। उसके बाद 4 जनवरी 2001 को पहली बार तेजस ने आसमान में उड़ान भरी थी। इसके बाद 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस लड़ाकू विमान को तेजस नाम दिया। 2007 में नौसेना ने विमान पोतों के लिए तेजस फाइटर जेट बनाने की प्रक्रिया एक बार फिर शुरू की। इसके बाद 2016 में 2 तेजस विमान को वायुसेना में शामिल किया गया। दिसंबर 2017 में रक्षा मंत्रालय ने एचएएल को 83 विमानों का आॅर्डर दिया।