Post Office Schemes: सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) पोस्ट ऑफिस के द्वारा शुरू की गई एक योजना है। जिसके तहत समय रहते उसमें निवेश कर सकते हैं। इसका पैसा आपके आने वाले समय में आपका सहारा बनेगा। आज इस योजना के बारे में आपको बताएंगे कि किस तरह से इसमें निवेश कर सकते हैं, और इसका फायदा कितने दिनों बाद मिलता है? ये एक सरकारी स्कीम है, जो छोटी बचत योजना के तहत चलाई जाती है।
क्या है सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम सीनियर नागरिकों के लिए चलाई जा रही एक स्कीम है। इसके तहत उन नागरिकों को फायदा पहुंचाना है जो रिटायर हो चुके हैं। इसके जरिए रिटायमेंट के बाद भी रेगुलर पैसे आपको मिल सकते हैं। इस स्कीम को भारत सरकार द्वारा गारंटी मिली हुई है। इसका लाभ किसी भी भारत में प्रमाणित बैंकों और पोस्ट ऑफिस के जरिए लिए जा सकता है। सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के लिए ब्याज दर 8.2% है।
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क्या हैं शर्तें
SCSS का लाभ उठने के लिए कुछ शर्तें लागू की गई हैं। इसमें सबसे पहली शर्त ये है नागरिकों की उम्र 60 साल के ऊपर होनी चाहिए। ये वो लोग होते हैं जिन्होंने वोलंटरी रिटायर्मेंट स्कीम (VRS) ले रखी है। नियम के मुताबिक, इसमें अब राज्य/केंद्र सरकार के उस कर्मचारी के पति या पत्नी को SCSS में लाभ मिल सकता है जिसकी ड्यूटी के दौरान मौत हो जाती है। उनको मृत्यु मुआवजा या निवेश करने की अनुमति मिलती है। लेकिन शर्त ये है कि उनकी उम्र 50 साल से ज्यादा हो।
हर महीने कितने मिलेंगे पैसे
अब सवाल ये उठता है कि इस स्कीम में कितना इंवेस्ट करने से कितना पैसा वापस मिलता है। मान लीजिए सीनियर सीटिजन सेविंग स्कीम के तहत 30 लाख रुपये आपने इसमें जमा किए हैं, तो आपको हर साल इसमें करीब 2 लाख 46 हजार रुपये का ब्याज मिलता है। इसको अगर महीने के हिसाब से देखें तो ये अमाउंट 20,500 रुपये होगा।
आपको अकाउंट खोलने के लिए एक फॉर्म भरना होगा, जिसको केवाईसी दस्तावेजों की कॉपी के साथ जमा किया जाएगा। दस्तावेजों में पहचान पत्र, एड्रेस प्रूफ और एज सर्टिफिकेट के साथ साथ 2 पासपोर्ट साइज फोटो भी जमा करने होंगे। यह अकाउंट किसी भी नजदीकी पोस्ट ऑफिस ब्रांच में जाकर खुलवा सकते हैं।