PM Modi Medication Controversy: चुनाव आयोग ने पीएमओ को निर्देश दिया है कि पीएम मोदी के ध्यान के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हो। चुनाव आयोग ने यह सलाह पीएमओ की ओर से पीएम मोदी के ध्यान की सूचना देने पर दी गई। इससे पहले पीएम मोदी के ध्यान को लेकर कांग्रेस ने शिकायत भी दर्ज कराई थी। जिसमें कहा गया था कि पीएम मोदी का ध्यान लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें चरण के मतदान के साथ होगा। ऐसे में मतदान के पहले और इस दौरान मौन अवधि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
चुनाव आयोग के अधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग मीडिया को यह नहीं कह सकता है कि वह पीएम मोदी के ध्यान को टेलीकास्ट नहीं करें। और अगर ऐसा विपक्ष भी करता है तो तब भी कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की यात्रा के लिए किसी की अनुमति की जरूरत नहीं है। चुनाव आयोग के अधिकारी ने कहा कि यह प्रक्रिया 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान अपनाई गई प्रकिया की तरह ही है।
आयोग ने कहा कि हर उम्मीदवार को प्रतीकों और इसके माध्यम से संवाद करने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी वोट नहीं मांग रहे हैं। हम सभी को कानून के दायरे में काम करना चाहिए। आयोग ने कहा कि इस तरह विपक्ष भी प्रतीकात्मक चिन्हों का सहारा लेकर वोट मांग सकता है।
45 घंटे तक ध्यान की अवस्था में रहेंगे पीएम मोदी
बता दें कि पीएम मोदी 2024 लोकसभा चुनाव के सातवें चरण का प्रचार खत्म होने के बाद बुधवार को कश्मीर के कन्याकुमारी पहुंच गए थे। यहां उन्होंने अम्मन देवी मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद पीएम विवेकानंद राॅक मेमोरियल में ध्यान लगाकर बैठ गए हैं। जानकारी के अनुसार पीएम 1 जून की शाम तक लगातार यानी करीब 45 घंटे तक ध्यान की अवस्था में रहेंगे।