PM Modi Emotional to See Ram Lalla Surya Tilak: आज रामनवमी पर रामलला का सूर्य तिलक देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए। उन्होंने इंस्टाग्राम पोस्ट करके अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने लिखा कि असम के नलबाड़ी में चुनावी रैली के बाद, प्लेन में बैठा तो टैब पर मैंने रामलला का लाइव सूर्य तिलक देखा। करोड़ों भारतीयों की तरह मेरे लिए भी ये बेहद भावुक पल रहे। अयोध्या में भव्य रामनवमी उत्सव ऐतिहासिक पल हैं। यह सूर्य तिलक हमारे जीवन में ऊर्जा लाए और हमारे राष्ट्र को गौरव की नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रेरित करे। भगवान राम से बस यही कामना करता हूं।
#WATCH | PM Narendra Modi watched the Surya Tilak on Ram Lalla after his rally in Nalbari, Assam
“Like crores of Indians, this is a very emotional moment for me. The grand Ram Navami in Ayodhya is historic. May this Surya Tilak bring energy to our lives and may it inspire our… pic.twitter.com/hA0aO2QbxF
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) April 17, 2024
500 साल बाद हुआ रामलला का सूर्य तिलक
बता दें कि आज रामनवमी का त्योहार है। इस मौके पर 500 साल बाद भगवान रामलला का सूर्य तिलक हुआ। राम मंदिर अयोध्या के गर्भगृह में विराजमान रामलला के ललाट पर पड़ी तो विहंगम नजारा देखने को मिला। पूरा राम मंदिर राम जयकारों से गूंजने लगा। ठीक 12 बजे सूर्य की किरणें रामलला के माथे पर पड़ीं। उनकी भव्य आरती की गई। मंगल गीत गाए गए।
राम मंदिर अयोध्या से रामनवमी उत्सव का लाइव प्रसार भी हुआ। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इसके लिए सभी तरह के इंतजाम किए थे। रामनवमी समारोह रामभक्तों को दिखाने के लिए पूरी अयोध्या नगरी में 100 LED स्क्रीन लगी थीं। यूट्यूब और ट्रस्ट के X अकाउंट पर भी समारोह का लाइव प्रसारण हुआ। इसके अलावा दूरदर्शन चैनल की ओर से लाइव स्ट्रीमिंग की गई।
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PM मोदी ने ट्वीट करके दी उत्सव की बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देशवासियों को रामनवमी के त्योहारी की बधाई भी दी। उन्होंने ट्वीट लिखा कि मेरे देशवासियों को, मेरे परिवार को भगवान श्रीराम के जन्म उत्सव की बहुत-बहुत बधाई। रामनवमी के त्योहार की शुभकामनाएं। आज रामनवमी के अवार पर मेरा मन भावविभोर हो उठा है। मैं भगवान राम की कृपा पाकर कृतार्थ हो गया हूं।
उनकी कृपा से मुझे राम मंदिर अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने का मौका मिला। अयोध्या नगरी में बिताए न पलों की स्मृतियां आज भी मेरे साथ हैं। जब रामलला विराजमान हुए, तब भी मन भावुक हुआ। 500 साल के इंतजार के बाद राम मंदिर अयोध्या नगरी को मिला, यह रामभक्तों के बलिदान, त्याग और कठिन तपस्या का फल है। प्रभु श्रीराम को मेरा कोटि-कोटि नमन और वंदन!