इजरायल-हमास जंग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस जंग में आम नागरिकों के मारे जाने की निंदा की है। शुक्रवार को वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट का वर्चुअल आयोजन के उद्घाटन भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि इजरायल और हमास की जंग में आम नागरिकों की मौत की भारत निंदा करता है। साथ ही उन्होंने कहा कि दक्षिण पश्चिम एशिया में नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। भारत ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए आतंकी हमले की भी निंदा की थी। पीएम मोदी ने साथ ही कहा कि हमने पूरे विवाद में संवाद और कूटनीति पर जोर दिया है. साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि फिलीस्तीन के पीएम महमूद अब्बास से बात करने के बाद भारत ने गाजा पट्टी में पीड़ितों के लिए राहत सामग्री भी भेजी है।
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Delivering my opening remarks at the Voice of the Global South Summit.
https://t.co/q0IJ7nEpUx— Narendra Modi (@narendramodi) November 17, 2023
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दूसरी बार हो रहा है ग्लोबल साउथ समिट
बता दें कि यह दूसरा वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट है। इसका आयोजन वर्चुअली हो रहा है, जिसका होस्ट भारत है। इससे पहले जनवरी में पहली बार वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट का आयोजन हुआ था। उसका भी मेजबान भारत ही था। अब दूसरा बार भी भारत मेजबान है। इसके उद्घाटन सत्र में पीएम मोदी ने कहा कि यह ऐसा समय है, जब दक्षिण एशिया की शक्तियों को एकजुट होकर बेहतर बनने की दिशा में बढ़ना चाहिए। पीएम मोदी ने ये भी कहा कि हम इस बात में विश्वास करते हैं कि नई तकनीक के कारण ग्लोबल नॉर्थ और ग्लोबल साउथ के बीच दूरी नहीं बढ़नी चाहिए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी के दौर में नई तकनीक का प्रयोग जिम्मेदारीपूर्वक किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए भारत अगले महीने आर्टिफिशियल ग्लोबल पार्टनरशिप समिट का भी आयोजन करेगा।
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होने हैं 10 सत्र
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यह आयोजन वर्चुअली हो रहा है और उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता पीएम मोदी ने की है। उन्होंने बताया कि जी20 के आयोजन में जो सफलताएं हासिल हुईं, उस पर भी ग्लोबल साउथ के देशों के साथ ध्यान केंद्रित करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस आयोजन में मुख्यतः दस सत्र होंगे। इसमें उद्घाटन सत्र के अलावा, अंत में निष्कर्ष सत्र की अध्यक्षता पीएम मोदी ही करेंगे।