Part-Time Job Scam: साइबर क्रिमिनल्स इंटरनेट यूजर्स को ठगने के नए-नए तरीके इजाद करते रहते हैं। अब स्कैमर्स सोशल मीडिया पर ‘पार्ट टाइम जॉब स्कैम’ के जरिए इंटरनेट यूजर्स को ठगी का शिकार बना रहे हैं। स्कैमर्स लोगों से पार्ट-टाइम काम के जरिए एक्स्ट्रा कैश का वादा कर रहे हैं। पूरे मामले को समझने के लिए हम नीचे तीन केस स्टडी दे रहे हैं।
केस स्टडी-1
पार्ट टाइम जॉब स्कैम के जरिए ठगी का सबसे ताजा मामला पुणे का है। यहां एक महिला के साथ 24 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र के पुणे की नेत्र रोग विशेषज्ञ महिला को यूट्यूब वीडियो लाइक करने का आसान काम दिया गया था, जहां उन्हें वैलूएबल रिटर्न देने का वादा किया गया था। रिपोर्टों के अनुसार, महिला को एक मैसेज मिला जिसमें घर से काम करने का ऑप्शन दिया गया। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए ठगी की शिकार महिला ने मैसेज वाले नंबर पर संपर्क किया और पार्ट टाइम जॉब के लिए अप्लाई कर दिया।
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शुरुआत में 10 हजार का भुगतान कर जीता भरोसा
महिला के अप्लाई करने के बाद उसे बताया गया कि घर बैठे YouTube वीडियो लाइक करना है। इसके बाद जालसाजों ने महिला का भरोसा जीतने के लिए शुरुआत में 10,275 रुपये का भुगतान भी किया था। पीड़िता का विश्वास हासिल करने के बाद जालसाजों ने नया जाल फेंका। जालसाजों ने कहा कि अगर वो क्रिप्टोक्यूरेंसी में इन्वेस्ट करती है तो उसे अधिक रुपये मिलेंगे।
महिला की शिकायत के मुताबिक, उसने 28 मार्च से 22 अप्रैल के बीच दो बैंक खातों में 23.83 लाख रुपये ट्रांसफर किए। बाद में जब महिला ने उक्त राशि निकालने का फैसला किया, तो जालसाजों ने अतिरिक्त 30 लाख रुपये मांगे।हालांकि, जब उसने भुगतान करने से इनकार कर दिया, तो इसके बाद जालसाजों से दोबारा संपर्क नहीं हो पाया।
केस स्टडी-2
इंजीनियर से भी जालसाजों ने ठगे 9 लाख रुपये
इसी तरह की एक अन्य घटना में एक इंजीनियर को 14 से 20 अप्रैल के बीच लगभग 9 लाख रुपये का नुकसान हुआ था। शिकायतकर्ता को 12 अप्रैल को एक मैसेज मिला था, जिसमें एक वीडियो को लाइक करने के लिए 50 रुपये देने की पेशकश की गई थी और कहा गया था कि ऐसा करके वह प्रतिदिन 5000 रुपये कमा सकता है।
भरोसा जीतने के लिए जालसाजों ने शुरुआत में इंजीनियर को कुछ ही घंटों में वीडियो लाइक करने पर 500 रुपये का भुगतान किया। इसके बाद इंजीनियर ने जालसाजों पर विश्वास कर लिया। फिर जालसाजों की ओर से दी गई एक यूपीआई आईडी में 12,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद इंजीनियर ने 16,000 रुपये कमाए। इसके बाद अधिक पैसे की लालच में शिकायतकर्ता ने 14 अप्रैल को तीन ट्रांजैक्शन के जरिए 5 लाख रुपये भेजे।
इसके बाद ऑनलाइन स्कैमर्स ने रिस्पॉन्स देना बंद कर दिया और कहा कि अगर उसे पैसे चाहिए तो और ज्यादा इन्वेस्ट करना होगा। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, इंजीनियर ने 19 अप्रैल को फिर से जालसाजों के साथ जुड़ा और 20 अप्रैल को सात ट्रांजेक्शन के जरिए 3.96 लाख रुपये ट्रांसफर किए। कुल मिलाकर उसने जालसाजों को 8.96 लाख रुपये दे दिए।
केस स्टडी-3
गुड़गांव में भी महिला से हुई थी 11 लाख की ठगी
पिछले महीने, गुड़गांव में एक महिला को YouTube वीडियो के लिए लाइक करने के बहाने धोखेबाजों ने लगभग 11 लाख रुपये की ठगी की थी। इस साल की शुरुआत में लखनऊ के एक व्यवसायी की बेटी से साइबर जालसाजों ने 27 लाख रुपये की ठगी की थी। जालसाजों ने कारोबारी की बेटी से डिजिटल मार्केटिंग में इन्वेस्टमेंट पर शानदार रिटर्न का वादा किया था।
सभी मामलों में कई समानताएं देखने को मिली। पीड़ितों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए ठगी का शिकार बनाया गया था। जालसाजों की ओर से ठगी के शिकार लोगों को व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम या टेलीग्राम के जरिए मैसेज भेजा गया था। पैसे के बदले में लाइक करने के लिए YouTube लिंक भेजे गए थे। एक बार जब पीड़ितों को पैसा मिल गया तो उन्होंने जालसाजों पर भरोसा करना शुरू कर दिया और दोबारा ज्यादा कमाने के लिए भारी मात्रा में इन्वेस्ट किया।
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आखिर आप खुद को कैसे इन जालसाजों से बचा सकते हैं?
आज ज्यादातर स्कैमर्स सोशल मीडिया के जरिए अपने शिकार को तलाशते हैं। अगर आपको कोई टेक्स्ट या कॉल मिलता है जिसमें अतिरिक्त पैसा कमाने का अवसर मिलता है, तो आवेदन करने से पहले कंपनी के बारे में अच्छी तरह से रिसर्च कर लें, जांच पड़ताल कर लें। किसी भी मामले में बिना सोचे-समझे पहचान पत्र या बैंक खाता संख्या जैसी व्यक्तिगत जानकारी देने में जल्दबाजी न करें।