Parliament Security Breach, नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने शनिवार को संसद की सुरक्षा लगाने की वारदात के मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार कर लिया है। यह वही शख्स है, जिसने संसद पर हंगामा करने के चारों आरोपियों के मोबाइल फोन जला दिए थे और जिसके ठिकाने पर इस साजिश के मुख्य आरोपी ललित झा ने पनाह ली थी। उधर, यह बात भी उल्लेखनीय है कि इसके पांच साथियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पूछताछ में उन्होंने संसद में आत्मदाह की मंशा लेकर आने की बात कबूली है, वहीं इनके घंटों हुई पूछताछ के बाद महेश कुमावत को गिरफ्तार किया जा सका है।
आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर दिया था गंभीर वारदात को अंजाम
बता दें कि बुधवार 13 दिसंबर को संसद में आतंकी हमले की 22वीं बरसी के मौके पर लोकसभा सत्र के शून्यकाल के दौरान सागर शर्मा और मनोरंजन डी नामक दो युवक घुस आए। दर्शक दीर्घा से छलांग लगाने के बाद हाथ में ली एक केन से पीले रंग का धुआं छोड़ा तो सुरक्षा दस्ते ने दोनों को तुरंत धर-दबोचा। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक संसद के निचले सदन में घुस आए संदिग्धों के हाथों से बरामद पर्चों में तिरंगे की पृष्ठभूमि में मुट्ठी की तस्वीर और मणिपुर हिंसा को लेकर नारे छपे थे। यह घटनाक्रम संसद के अंदर घटा, वहीं उसी दौरान संसद भवन के बाहर भी कुछ वैसी ही हरकत की गई। इसमें शामिल नीलम देवी और अमोल शिंदे नामक आरोपियों ने लाल और पीले रंग का धुआं फैलाने के साथ ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ के नारे लगाए।
जानें Parliament Security Breach के मास्टरमाइंड महेश कुमावत की पूरी कुंडली
UAPA के तहत केस दर्ज करके जांच में जुटी है पुलिस
इन चारों के खिलाफ विधिविरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम (UAPA) के तहमत केस दज करके पुलिस ने छानबीन की। अब तक इस मामले में सागर शर्मा, अमोल शिंदे, मनोरंजन डी, नीलम देवी और ललित झा घटना को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों ने माना कि वो संसद में आत्मदाह की मंशा लेकर घुसे थे। इसके अलावा आरोपियों ने एक और साथी के नाम का भी खुलासा किया, जिसके ठिकाने पर इस घटना के बाद भागा ललित झा नामक आरोपी पहुंचा था। पुलिस ने उसे भी कर लिया है।
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महेश के चचेरे भाई से भी की जा चुकी पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक राजस्थान के नागौर जिले के रहने वाले महेश कुमावत और ललित झा दोनों ही पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर चुके थे, लेकिन अभी तक जरूरी प्रक्रिया के चलते इस राज से पर्दा नहीं उठाया जा रहा था। शुक्रवार को ललित की तो शनिवार को महेश की गिरफ्तारी पुलिस ने दर्ज की है। बताया जा रहा है कि महेश कुमावत लगातार नीलम के संपर्क में था और नीलम समेत संसद पर माहौल करने के चारों आरोपियों के मोबाइल फोन्स कोक नष्ट करने की साजिश में भी शामिल था। उधर, जानकारी यह भी मिली है कि महेश के चचेरे भाई कैलाश को भी हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर चुकी है। हालांकि फिलहाल आधिकारिक तौर पर उसे भी गिरफ्तार नहीं किया गया है।
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