Parliament Budget Session 2024 Indians earning more than Rs 1 crore annually increased: भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। साथ ही अमीरों की संख्या भी बढ़ रही है। यह सही है कि गरीबी और अमीरी के बीच खाई भी बढ़ रही है। अमीर और भी अमीर होता जा रहा है। वहीं एक बड़ा वर्ग ऐसा भी है जो रोजी, कपड़ा और मकान जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है। इस बीच केंद्र सरकार ने संसद में सालाना एक करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वाले भारतीयों की संख्या के बारे में बताया है। संसद के बजट सत्र के दौरान वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने इसकी जानकारी दी है। सरकार द्वारा शेयर किया गया यह आंकड़ा आयकर रिटर्न जमा करने वाले लोगों की संख्या का मूल्यांकन करके बताया गया है।
सरकार के मुताबिक साल 2023-24 में एक करोड़ से अधिक कमाने वाले भारतीयों की संख्या बढ़कर 2 लाख 16 हजार हो गई है। वहीं आकलन वर्ष 2019-20 में सिर्फ 1.09 लाख लोग ही एक करोड़ से अधिक कमाते थे। 2022-23 में एक करोड़ से ज्यादा कमाने वाले भारतीयों की संख्या एक लाख 87 हजार थी। सरकारी आंकड़ों से साफ है कि एक करोड़ से अधिक कमाने वाले भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
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वित्त राज्य मंत्री ने बताया कि AY 2023-24 में ‘प्रोफेशन’ से आय की सूचना देने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या 12,218 है, जो निर्धारण वर्ष 2022-23 में रिपोर्ट की गई 10,528 से अधिक है। 2019-20 में ‘प्रोफेशन’ से आय बताने वालों की संख्या 6,555 थी।
10 करोड़ भारतीय होंगे अमीर
बता दें कि भारतीयों की कमाई तेजी से बढ़ रही जिससे उनका जीवनस्तर भी बढ़ रहा है। हाल ही में आई गोल्डमैन सैश की रिपोर्ट में बताया गया था कि तीन साल में ही भारत के 10 करोड़ लोग अमीर हो जाएंगे। कुछ सालों बाद ही 10 करोड़ भारतीय सालाना 8 लाख 30 हजार कमा रहे होंगे। दुनिया में सिर्फ 14 देशों की जनसंख्या ही 10 करोड़ से ज्यादा है। 10 करोड़ का यह आंकड़ा भारत की जनसंख्या का 4 प्रतिशत है क्योंकि भारत की जनसंख्या बहुत ज्यादा है।
किसे होगा ज्यादा फायदा
देश का मिडिल क्लास अमीर होता जा रहा है। भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी बन गया है। भारतीयों की कमाई बढ़ने से कई कंपनियों को फायदा होगा। लोग आरादायक चीजों को खरीदने, स्वास्थ्य, गहने, घर के बाहर खाने, पैक किए फूड खरीदने, गाड़ियां खरीदने, फैशन, रियल एस्टेट पर ज्यादा पैसा खर्च करेंगे। इसका असर लग्जरी सामानों से लेकर शेयर मार्केट पर भी पड़ेगा। उत्पादन बढ़ेगा और देश तरक्की करेगा।
10 साल में बिकीं कितनी गाड़ियां
भारतीयों ने 10 साल में ही 21 करोड़ गाड़ियां खरीदी हैं। 2023 से पहले 10 साल में सिर्फ 13 करोड़ गाड़ियां ही भारतीयों ने खरीदी थीं। इसमें 8 करोड़ का इजाफा हुआ है। भारत की अर्थव्यवस्था बहुत अच्छा परफॉर्म कर रही है। इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री भी बढ़ रही है।
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