आतंकी हमले के बाद पहलगाम में पर्यटकों की लगातार संख्या में गिरावट आ रही थी। नृशंस हमले के चलते पर्यटक कश्मीर आने से परहेज करने लगे थे। इस बीच हमले के 5 दिन बाद कश्मीर के टूरिज्म के लिए अच्छी खबर सामने आई है। एक समय में पहलगाम में रोजाना 5 से 7 हजार पर्यटक आते थे। हमले के बाद यह संख्या 50-100 पर्यटकों तक सिमट गई थी। रविवार को पहलगाम की सड़कों पर उत्साहजनक नजारा देखने को मिला। विदेशी और घरेलू पर्यटक शहर में टहलते दिखे, जिससे कश्मीर के टूरिज्म के लिए आशा की किरणें दिखाई दीं। ANI की रिपोर्ट के मुताबिक पहलगाम में क्रोएशियाई और सर्बियाई पर्यटक पूरी तरह सहज होकर सड़कों पर टहलते दिखाई दिए।
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उन्होंने कश्मीर की बेमिसाल खूबसूरती की जमकर प्रशंसा की। क्रोएशिया की महिला लिजिलजाना ने ANI को बताया कि हम क्रोएशिया से हैं और 3-4 दिन यहां रुकेंगे। हम बहुत सुरक्षित महसूस कर रहे हैं और आपका देश बहुत सुंदर है। हमें यहां कोई समस्या नहीं है। कश्मीर सुंदर है। यहां के लोग बहुत दयालु हैं। हम सभी 12 लोग खुश हैं, इनमें 2 सर्बिया और बाकी क्रोएशिया से हैं। पहलगाम हमले के बारे में हमें एक दिन पहले ही पता लगा था।
#WATCH | J&K | Tourists continue to arrive in Pahalgam.
---विज्ञापन---A tourist from Croatia says, “… I felt wonderful here. I made so many friends here. People are very welcoming… It’s not easy to hear something like that… I didn’t feel any fear. I didn’t feel uncomfortable… Its not… pic.twitter.com/jYtnovCdqJ
— ANI (@ANI) April 27, 2025
हमें यहां कोई डर नहीं
यहां जो भी हुआ, वह भयानक था। इसके लिए जो लोग जिम्मेदार हैं, उम्मीद है कि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। क्रोएशिया के रहने वाले व्लात्को ने कहा कि मैं कश्मीर में 10वीं बार आया हूं और हर बार यह शानदार रहा है। यह दुनिया में नंबर एक टूरिस्ट प्लेस है। हमारे सभी साथी खुश हैं। वे लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं। क्रोएशिया के एक अन्य पर्यटक एडमिर जाहिक ने कहा कि उन लोगों को बिल्कुल डर नहीं लग रहा। वे यहां कश्मीर में खुद को अद्भुत महसूस कर रहे हैं।
साथियों की मौत पर जाहिर किया दुख
सर्बिया की इवाना ने कहा कि हमला कहीं भी हो सकता है। अब हम आपकी खूबसूरत घाटी और देश को करीब से देखने जा रहे हैं। हमने अपने देश छोड़ने से पहले इस हमले के बारे में सुना था, लेकिन सब कुछ होने के बावजूद यहां आने का फैसला लिया। हम सालों से ऐसी यात्राओं की प्लानिंग बनाते रहे हैं। गुजरात के सूरत के रहने वाले मोहम्मद अनस ने कहा कि हम वास्तव में कश्मीर में अपने समय का आनंद ले रहे हैं। अभी पहलगाम में हैं। साथी पर्यटक भाइयों की मौत से बहुत दुखी हैं। सुरक्षा के लिए भारतीय सेना यहां है, सरकार हमारे साथ है।
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