7 मई की रात को भारत ने पाकिस्तान और पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर एक सफल सैन्य अभियान चलाया, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया। जवाबी प्रतिक्रिया में पाकिस्तान ने 8 मई की रात को भारत पर हमला करने की कोशिश की। पाकिस्तान ड्रोन और मिसाइल के माध्यम से भारत के कई शहरों को नुकसान पहुंचाना चाहता था, लेकिन भारतीय सेना ने उसकी इस साजिश को विफल कर दिया।
विदेश मंत्रालय के प्रेस ब्रीफिंग में क्या जानकारी सामने आई?
विदेश मंत्रालय (MEA) की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस ऑपरेशन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने गैर-जिम्मेदाराना हरकत करते हुए भारत के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने समय रहते सभी ड्रोन को गिरा दिया या उन्हें निष्क्रिय कर दिया। कई ड्रोन क्षतिग्रस्त अवस्था में बरामद किए गए।
किस ड्रोन से पाकिस्तान ने किया हमला?
कर्नल कुरैशी ने यह भी बताया कि जब इन ड्रोन के मलबे की जांच की गई, तो पता चला कि ये तुर्की (असिसगार्ड का सोंगर ड्रोन) निर्मित हैं और पाकिस्तान इनका उपयोग कर रहा था। ड्रोन के मलबे को एकत्रित कर जांच की जा रही है।
#WATCH | Delhi: Colonel Sofiya Qureshi says, “..Around 300 to 400 drones were used (by Pakistan) to attempt infiltration at 36 locations…Forensic investigation of the wreckage of the drones is being done. Initial reports suggest that they are Turkish Asisguard Songar drones…” https://t.co/JndIIgFNYh pic.twitter.com/J1wc4gYPDQ
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) May 9, 2025
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा भारत पर किया गया यह हमला पूरी तरह से विफल रहा। ड्रोन के ज़रिए भारत के कई शहरों को निशाना बनाया गया था। इसके चलते करतारपुर साहिब गुरुद्वारा कॉरिडोर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि IMF की बैठक चल रही है और भारत इस बैठक में पाकिस्तान की इस हरकत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाएगा।
असिसगार्ड का सोंगर ड्रोन की खासियत
असिसगार्ड का सोंगर ड्रोन भूमि वाहन सुरक्षा परिचालन में लक्ष्य का पहले ही पता लगाने और उसे नष्ट करने की महत्वपूर्ण क्षमता हासिल है। SONGAR, पहला सशस्त्र ड्रोन है जिसे ASISGUARD द्वारा विकसित किया गया था और TAF (तुर्की सशस्त्र बलों) की सूची में शामिल किया गया। SONGAR बिना इन्सान के उड़ान भरने में सक्षम है और आवश्यकता पड़ने पर इसे दूर से नियंत्रित किया जा सकता है, इस ड्रोन सिस्टम SONGAR में स्वचालित मशीन गन और बमवर्षक विमानों को एकीकृत करके एडवांस बनाया गया है।
SONGAR टेक-ऑफ और लैंडिंग क्षमता के साथ विषम खतरों का जवाब देने के लिए 24/7 स्टैंडबाय पर रह सकता है। मशीन गन से लैस ये ड्रोन 10 किलोमीटर के दायरे में काम कर सकता है। ये ड्रोन ऑपरेशन के बाद नुकसान का पता लगाने और फोटो क्लिक करने जैसे कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा सकता है। हालांकि ये भारत में कुछ नहीं कर सका। 300-400 ड्रोन ने भारत पर हमला किया लेकिन सारे हमले नाकाम कर दिए गए।