ऑपरेशन सिंदूर पर सोमवार, 28 जुलाई को संसद में चर्चा शुरू हो चुकी है। इधर संसद की कार्यवाही शुरू हुई, उधर जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना ने ऑपरेशन महादेव चलाकर तीन आतंकियों को मार गिराया है। सेना का कहना है कि ये आतंकी पहलगाम हमले में शामिल हो सकते हैं। वहीं विपक्ष इस बात को लेकर सवाल उठा रहा था कि आखिर पहलगाम के हमलावर कहां गए? इसी बीच कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने इस ऑपरेशन को लेकर सवाल उठाया है।
एक घंटे में आतंकियों को कैसे मार गिराया?
ऑपरेशन महादेव पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि, “पिछले 100 दिनों से ये आतंकी पकड़े नहीं जा रहे थे, अचानक से कैसे पकड़ लिया और एक घंटे में कैसे मार गिराया? ये आतंकवादी कौन थे? हमने सुबह यह सवाल उठाया और उन्होंने दोपहर तक उन्हें मार गिराया? अगर उन्होंने इतनी ही तेजी दिखाई होती, तो हम POK पर कब्जा कर लेते।”
उन्होंने कहा, “जिस समय POK पर कब्जा करना था, उस समय हमने आत्मसमर्पण कर दिया। अब बता रहे हैं कि आतंकियों को मार दिया गया है। दस साल से सत्ता में हैं, बताओ कि आपने क्या किया? पाकिस्तान को चीन खुलकर समर्थन कर रहा है और आप चीन के साथ मीटिंग कर रहे हो। पाकिस्तान आतंकवादियों को पाल रहा है और आप उनके साथ क्रिकेट खेल रहे हैं?”
यहां देखें वीडियो
#WATCH दिल्ली: ऑपरेशन महादेव पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “…उन्होंने (पहलगाम आतंकवादी हमले में शामिल) आतंकवादियों को एक घंटे में कैसे मार गिराया? ये आतंकवादी कौन थे? हमने सुबह यह सवाल उठाया और उन्होंने दोपहर तक उन्हें मार गिराया? अगर उन्होंने इतनी ही तेजी दिखाई होती, तो… pic.twitter.com/jjzdIOFVg0
---विज्ञापन---— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 28, 2025
इमरान मसूद ने कहा, “हमारी बहनों का सिंदूर उजड़ गया और आपको क्रिकेट दिखाई दे रहा है। सरकार के पास कोई जवाब नहीं है, सरकार घिर गई है।” इससे पहले इमरान मसूद ने कहा था, “यह हमारी संप्रभुता के लिए खतरा है। क्या ट्रंप हमारा बाप बन गया है और हम उनके गुलाम हो गए हैं? ट्रंप बटन दबाएगा और हम काम करेंगे? रक्षा मंत्री को चर्चा की शुरुआत करनी चाहिए, हम भी तथ्यात्मक बात करेंगे। हमारी विदेश नीति का क्या हुआ?”
यह भी पढ़ें : क्या है ‘ऑपरेशन महादेव’ के नाम के पीछे की वजह? सेना ने लिया पहलगाम का बदला!
बता दें कि रक्षा मंत्री ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान कहा कि, “हमारी सरकार ने भी पाकिस्तान के साथ शांति स्थापित करने के लिए कई प्रयास किए हैं। लेकिन बाद में, 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक, 2019 की बालाकोट एयर स्ट्राइक और 2025 के ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से, हमने शांति स्थापित करने के लिए एक अलग रास्ता अपनाया है। नरेंद्र मोदी सरकार का रुख स्पष्ट है – बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते। अब हमने सुदर्शन चक्र उठा लिया है।”क्र उठा लिया है।