जिस मां ने सड़क से उठाकर गले से लगाया, 13 साल तक पाला पोसा। बेटी उसी मां की कातिल बन गई, क्योंकि मां 2 युवकों के साथ उसके संबंधों का विरोध करती थी। लड़की की नजर मां की प्रॉपर्टी पर भी थी। इसलिए 13 साल की लड़की ने 2 युवकों के साथ मिलकर मां को नींद की गोलियां खिलाईं और फिर तकिए से मुंह दबाकर गला घोंटकर हत्या कर दी। क्योंकि महिला को दिल की बीमारी थी, इसलिए अपना गुनाह छिपाने के लिए लड़की ने रिश्तेदारों को झूठ बोला।
लड़की ने रिश्तेदारों को बताया कि उसकी मां की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई और रिश्तेदारों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार भी कर दिया गया, लेकिन मृतका के भाई के हाथ लड़की का मोबाइल लग गया, जिसमें युवकों के साथ चैट मिली। चैट पढ़ने से हत्याकांड का खुलासा हुआ। इंस्टाग्राम पर मिली चैट में हत्या की साजिश और तरीके का जिक्र था। गहने, कैश और प्रॉपर्टी हड़पने की बात भी लिखी थी। मृतका के भाई ने फोन और चैट पुलिस को सबूतों के तौर पर सौंपा।
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3 दिन की थी, जब महिला ने लिया था गोद
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, हत्या की आरोपी लड़की की उम्र 13 साल है और वह 8वीं की छात्रा है। वह अपनी दत्तक मां 54 वर्षीय राजलक्ष्मी के साथ गजपति जिले के परलाखेमुंडी शहर में किराये के मकान में रहती थी। राजलक्ष्मी को लड़की सड़क किनारे लावारिस हालत में मिली थी। उस समय लड़की 3 दिन की थी, जिसे राजलक्ष्मी ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करके गोद ले लिया था, लेकिन 13 साल बाद लड़की ने अपने 2 पुरुष मित्रों के साथ मिलकर 29 अप्रैल को राजलक्ष्मी कर की हत्या कर दी। राजलक्ष्मी के पति की मौत लड़की को गोद लेने के एक साल बाद ही हो गई थी।
सच छिपाने को दिल के दौरे का बहाना बनाया
पुलिस के अनुसार, राजलक्ष्मी की हत्या करने का मकसद प्रॉपर्टी हड़पना था। वह बेटी के 2 युवकों के साथ संबंधों का विरोध भी करती थी। राजलक्ष्यी की रोक-टोक से तंग आकर आरोपियों ने राजलक्ष्मी को नींद की गोलियां खिलाईं और फिर तकिए से उसका मुंह दबा दिया और गला घोंट दिया। लड़की ही राजलक्ष्मी को अस्पताल ले गई, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। अगले दिन राजलक्ष्मी के शव का अंतिम संस्कार भुवनेश्वर में उसके रिश्तेदारों की मौजूदगी में किया गया, जिन्हें बताया गया कि राजलक्ष्मी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी।
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15 दिन बाद ऐसे खुला हत्याकांड का राज
रिपोर्ट के अनुसार, हत्याकांड का खुलासा करीब 15 दिन बाद हुआ, जब राजलक्ष्मी के भाई सिबा प्रसाद मिश्रा के हाथ लड़की का मोबाइल लगा। लड़की अपना फोन गलती से भुवनेश्वर में ही छोड़ आई थी। सिबा ने लड़की की इंस्टाग्राम पर चैट पढ़ी तो उसे सच का पता चला। सिबा ने 14 मई को परलाखेमुंडी पुलिस स्टेशन में लड़की के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। जांच करते हुए पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों में 13 साल की नाबालिग लड़की, मंदिर का पुजारी गणेश रथ (21) और उसका दोस्त दिनेश साहू (20) शामिल हैं, जो शहर के ही रहने वाले हैं।
गजपति के पुलिस अधीक्षक (SP) जतिंद्र कुमार पांडा ने हत्याकांड की पुष्टि की और बताया कि हत्यारोपी लड़की ने राजलक्ष्मी के सोने के गहने दोस्त मंदिर के पुजारी रथ को दे दिए थे। 2.4 लाख रुपये में गहने उसके पास गिरवी रख दिए थे। पुलिस ने आरोपी से 30 ग्राम सोने के गहने बरामद कर लिए हैं। वारदात में इस्तेमाल किए गए 3 मोबाइल फोन और 2 तकिए भी बरामद किए हैं।
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