India News: अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस की डायरेक्टर तुलसी गबार्ड और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) के बीच दिल्ली में उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक हुई। इसमें दोनों देशों के बीच सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर गहन विचार विमर्श हुआ। हालांकि सुरक्षा सम्मेलन में हुई इस हाई लेवल मीटिंग में किन मुद्दों पर चर्चा हुई, इसकी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, दोनों देशों के बीच इस बात पर सहमति बनी है कि अमेरिका में अब खालिस्तानियों को भारत विरोधी गतिविधियां चलाने के लिए जगह नहीं मिलेगी।
20 देशों के खुफिया विभाग के प्रमुखों के साथ हो रहे सम्मेलन से अलग अजीत डोभाल और तुलसी गबार्ड के बीच खास बैठक हुई। बैठक में दोनों देशों ने खुफिया जानकारी साझा करने के तरीकों को मजबूत करने पर चर्चा की। भारत-अमेरिका वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के साथ सुरक्षा क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे, इसके लिए अपनाए जाने वाले तरीकों पर चर्चा हुई। आतंकवाद और उभरती टेक्नोलॉजी से पैदा होने वाले खतरों सहित विभिन्न सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई। हिंद-प्रशांत महासागर में सुरक्षा, आतंकवाद को फंडिंग, इमिग्रेशन और निर्वासन संबंधी चर्चा भी हुई।
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कई देशों की यात्रा पर निकली हैं तुलसी गबार्ड
सूत्रों के अनुसार, बीते दिन दुनियाभर के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ देश के NSA अजीत डोभाल ने खास बातचीत की। अमेरिका के राष्ट्रीय खुफिया विभाग की निदेशक तुलसी गबार्ड के साथ-साथ कनाडाई खुफिया प्रमुख डैनियल रोजर्स और ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोनाथन पॉवेल से भी चर्चा हुई। ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, न्यूजीलैंड के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी आए हैं।
बता दें कि तुलसी गबार्ड रविवार अलसुबह ढाई दिन की यात्रा पर भारत पहुंचीं। गबार्ड का यह दौरा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सरकार के किसी शीर्ष अधिकारी की पहली उच्चस्तरीय यात्रा है। वे जापान, थाईलैंड और फ्रांस की यात्रा पर निकली हैं और इस बीच उन्होंने भारत का दौरा भी किया है। वे रायसीना डायलॉग को भी संबोधित करेंगे। पिछले महीने गबार्ड ने वाशिंगटन डीसी क यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी।
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कनाडा के सुरक्षा सलाहकार का दौरा तनाव के बीच
सूत्रों के अनुसार, कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (CSIS) के प्रमुख रोजर्स की भारत यात्रा, हरदीप सिंह निज्जर मामले को लेकर दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच हुई है। सितंबर 2023 में तत्कालीन कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की धरती पर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए भारतीय एजेंटों को जिम्मेदार ठहराया और उन पर निज्जर की हत्या कराने का आरोप लगाया। इससे भारत और कनाडा के बीच संबंध तनाव आ गया था।
नई दिल्ली ने ट्रूडो के आरोपों को बेतुका बताकर खारिज कर दिया। पिछले साल की दूसरी छमाही में दोनों देशों के बीच संबंध और भी खराब हो गए, जब ओटावा ने निज्जर की हत्या के आरोप भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा सहित कई भारतीय राजनयिकों को शामिल किया। पिछले साल अक्टूबर में कनाडा ने संजय वर्मा और 5 अन्य राजनयिकों को निष्कासित भी कर दिया था। जवाबी कार्रवाई में भारत ने भी कनाडा के प्रभारी स्टीवर्ट व्हीलर और 5 अन्य राजनयिकों को निष्कासित कर दिया।