NCP Party Fight : साल 2022 में शिवसेना पर कब्जे के लिए ठाकरे बनाम शिंदे की लड़ाई पूरे देश ने देखी, इसमें सीएम एकनाथ शिंदे कामयाब भी हुए। अब बारी एनसीपी यानी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की है। पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए एनसीपी के शरद पवार गुट के विधायकों को अयोग्य ठहराने को लेकर अजित पवार गुट की ओर से विधानमंडल में याचिका दायर की गई है। अजित पवार गुट ने भी दावा किया है कि वे असली राष्ट्रवादी हैं। बता दें कि एनसीपी अजीत पवार गुट के प्रतोद विधानसभा अनिल पाटिल ने यह याचिका दायर की है।
हम ही हैं असली राष्ट्रवादी का दावा
विधान मंडल में दायर इस याचिका में एनसीपी अजीत गुट के अधिकतर विधायकों के हस्ताक्षर हैं, अजीत पवार और उनके समर्थित विधायक महाराष्ट्र की सरकार में शामिल हुए और 9 लोग कैबिनेट मंत्री भी बने, इसके बाद शरद पवार गुट द्वारा विधानमंडल में याचिका दायर कर मंत्री बने 9 विधायकों को निलंबित करने की मांग की गयी, लेकिन अब अजीत गुट का दावा है कि वह असली एनसीपी पार्टी है और शरद पवार गुट के द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधियां जारी हैं। लिहाज़ा इन विधायकों को निलंबित करने की मांग की गई है।
पार्टी सिंबल को लेकर 6 अक्टूबर को चुनाव आयोग में सुनवाई
एनसीपी पर दावे का विवाद अब केंद्रीय चुनाव आयोग के पास जा चुका है। पार्टी और चुनाव चिन्ह को लेकर अजीत पवार गुट द्वारा दायर याचिका की सुनवाई 6 अक्टूबर से शुरू होगी। इस सुनवाई में दोनों गुट एनसीपी शरद और एनसीपी अजीत गुट अपनी-अपनी बातें, अजीत पवार गुट के सामने रखेगा। शरद पवार गुट ने अजीत पवार गुट के सभी दावों को खारिज कर पहले ही कह चुका है कि एनसीपी में कोई टूट नहीं हुई है और शरद पवार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
विधानसभा अध्यक्ष के फैसले का इंतजार
विधिमंडल के पास अब शरद गुट द्वारा अजीत गुट के मंत्री बने 9 विधायकों को निलंबित करने की याचिका दायर है और दूसरी याचिका पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए एनसीपी के शरद पवार गुट के विधायकों को अयोग्य ठहराने को लेकर अजित पवार गुट की ओर से दायर की गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस पर विधानसभा अध्यक्ष क्या फैसला लेते हैं।