ManMohan Singh Death: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार को दिल्ली के AIIMS में निधन हो गया है। दो बार बाईपास सर्जरी होने के बाद वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। 26 सितंबर 1932 में जन्मे मनमोहन दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे, उन्होंने वित्त मंत्री रहते हुए देश के अर्थशास्त्र की दशा और दिशा सुधारने के लिए काफी काम किया था।
देश में आर्थिक उदारीकरण और आर्थिक सुधारों के थे जनक
जानकारी के अनुसार मनमोहन सिंह को देश में आर्थिक उदारीकरण और आर्थिक सुधारों का जनक कहा जाता है। दरअसल, कांग्रेस की टिकट पर 1991 में वे राज्य सभा पहुंचे थे। इसी साल उन्होंने वित्त मंत्री रहते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था के नए युग की शुरुआत की थी। अपने कार्यकाल में उन्होंने दशकों से बंद भारतीय अर्थव्यवस्था को खोलने यानी आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की थी।
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पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का निधन, AIIMS ने प्रेस रिलीज में दी जानकारी
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— News24 (@news24tvchannel) December 26, 2024
1999 में कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था
मनमोहन सिंह 1996 तक वित्त मंत्री रहे थे। इसके बाद 1999 में उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन वह हार गए थे। इसके बाद साल 2004 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार में वह देश के 13वें प्रधानमंत्री बने थे। उन्होंने न सिर्फ अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया, बल्कि साल 2009 से 2014 तक वह दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने।
विदेशी निवेश को प्रोत्साहित कर किए टैक्स कम
मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल में लाइसेंस राज का खत्म किया था। वित्त मंत्री रहते हुए उन्होंने टैक्स कम किए, विदेशी निवेश को प्रोत्साहित किया था। साल 2004 में प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने तत्कालीन वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के साथ मिलकर अर्थव्यवस्था पर काफी काम किया, इस दौर को भारतीय अर्थव्यवस्था का स्वर्णकाल माना जाता है।
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