Manipur Violence latest updates: मणिपुर में हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला तेंग्रौपाल जिले का है, जहां अज्ञात बंदूकधारियों ने पुलिस कमांडो को गोली मारकर घायल कर दिया। वहीं, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने फिर अपना पुराना राग अलापा है।
पुलिस वाहनों को बनाया निशाना
अधिकारियों ने बताया कि शनिवार दोपहर करीब तीन बजकर 50 मिनट पर तेंग्नौपाल जिले के मोरेह में अज्ञात बंदूकधारियों और सुरक्षा बलों के बीच जमकर गोलीबारी हुई, जिसमें एक पुलिस कमांडो घायल हो गया। वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो बंदूकधारियों ने मोरेह से की लोकेशन पॉइंट यानी केएलपी की ओर जाते समय पुलिस वाहनों को निशाना बनाया, जिसमें कमांडो घायल हो गया।
छर्रा लगने से कमांडो हुआ घायल
एक अधिकारी ने बताया कि इंफाल-मोरेह सड़क के एम चाहनौ खंड को पार करते समय हमला हुआ था, जिसमें छर्रा लगने से कमांडो घायल हो गया। घायल कमांडो की पहचान 5 आईआरबी के पोंखालुंग के रूप में की गई है, जिसका 5 असम राइफल्स कैंप में इलाज चल रहा है।
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कमांडो टीम पर बंदूकधारियों ने फेंका बम
पुलिस के मुताबिक, मोरेह के वार्ड नंबर 9 के चिकिम वेंग में अज्ञात बंदूकधारियों ने कमांडो टीम पर गोलिया चलाईं और बम फेंके। शुरुआत में दो बम धमाके हुए। इसके बाद 350 से 400 राउंड गोलियां चलीं। इसके साथ ही दो घरों में आग भी लगा दी गई।
सीएम ने क्या कहा?
सीएम बीरेन सिंह ने सभी वर्गों से हिंसा छोड़ने और राज्य में शांति बहाल करने के लिए बातचीत में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने इंफाल पश्चिम जिले के कदंगबंद में ग्राम रक्षक की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि दुष्ट तत्व शांति को बाधित करने का प्रयास कर रहे हैं।
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शांति बहाल करने की दिशा में हो रहा काम
बीरेन सिंह ने कहा कि जांच जारी है। सुरक्षा बलों ने ग्राम रक्षक के हत्यारों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि नागरिक समाज संगठन और सरकारी तंत्र पहाड़ी और घाटी में शांति बहाल करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
ग्राम रक्षक की हत्या के पीछे आतंकवादी जिम्मेदार
बता दें कि अज्ञात व्यक्तियों ने शनिवार सुबह करीब तीन बजकर 30 मिनट पर कडांगबैंड में एक ग्राम रक्षक की हत्या कर दी। ग्राम रक्षक की पहचान जेम्सबॉन्ड निंगोम्बम के रूप में हुई है। पुलिस इस हमले के पीछे पहाड़ी के संदिग्ध आतंकवादियों को जिम्मेदार मान रही है। फिलहाल निंगोम्बम के शव को पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थालय लाया गया है।
मणिपुर में तीन मई से हिंसा जारी
बता दें कि मणिपुर में तीन मई से जातीय हिंसा जारी है। यह हिंसा मैतेई समुदाय के द्वारा एसटी का दर्जा दिए जाने की मांग पर विचार करने के हाईकोर्ट के आदेश के बाद शुरू हुई। इस हिंसा में अब तक सैंकड़ों लोग मारे जा चुके हैं।