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भारत से अमेरिका को आम का निर्यात बढ़ा, डेटा में गड़बड़ी के बाद सामान्य हुआ काम

Mangoes Export To US: भारत से अमेरिका को आम (Mangoes) का निर्यात इस साल शानदार बढ़त के साथ दर्ज किया गया है। मई की शुरुआत में मुंबई स्थित एक प्रमुख इरेडिएशन केंद्र में तकनीकी गड़बड़ी के बावजूद यह व्यापार सामान्य रहा और निर्यात की प्रक्रिया जल्दी ही पटरी पर लौट आई।

Author Edited By : Shabnaz Updated: May 21, 2025 13:35
Mangoes Export To US

Mangoes Export To US: भारत से अमेरिका को आम का निर्यात तेजी से बढ़ रहा है, जो वित्त वर्ष 24 में 10.01 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले साल की तुलना में 130 फीसदी ज्यादा है। मुंबई में एक प्रमुख विकिरण सुविधा, जो अमेरिकी बाजार के लिए सबसे अधिक मात्रा में आमों का प्रसंस्करण करती है, अमेरिका, भारत से आमों का सबसे बड़ा खरीदार है। हाल ही में अमेरिका ने भारत से हवाई जहाज से भेजे गए आमों की 12 खेप को लौटा दिया। यह मई 2025 की शुरुआत में डेटा रिकॉर्डिंग में गलती की वजह से हुआ। इन आमों की कीमत 4 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। हालांकि, अब सब सामान्य हो गया है।

डेटा में हुई गड़बड़ी

8 और 9 मई को Irradiation ट्रीटमेंट के डेटा में गलती हुई, जिस वजह से अमेरिका ने खेपें स्वीकार नहीं की। इस खेप की कुल कीमत 4 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही थी। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि यह गड़बड़ी अब पूरी तरह से ठीक कर ली गई है और 10 मई से सभी प्रक्रिया सामान्य रूप से चल रही है।

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अमेरिका को जाता है भारत का आम

भारत से अमेरिका को आम का निर्यात ‘कोऑपरेटिव सर्विस एग्रीमेंट’ के तहत किया जाता है, जो APEDA (एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी) और अमेरिकी USDA (यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर) के बीच समझौते पर आधारित है। इसके तहत केवल पंजीकृत बागानों से आम खरीदे जाते हैं, जिन्हें सरकारी मान्यता प्राप्त पैकहाउस में छांटा और ग्रेड किया जाता है, फिर गर्म पानी से फफूंदनाशक ट्रीटमेंट दिया जाता है और अंत में उन्हें इरेडिएशन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।

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वर्तमान में देश में USDA द्वारा स्वीकृत ऐसे तीन इरेडिएशन केंद्र हैं। मुंबई स्थित केंद्र इनमें से सबसे व्यस्त माना जाता है। हर केंद्र को मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार ही चलाना अनिवार्य है ताकि किसी भी तरह की कीट समस्या को दूर किया जा सके।

भारत में कितने आमों का उत्पादन?

वित्त वर्ष 2024-25 के पहले अग्रिम अनुमान के मुताबिक, भारत ने लगभग 2.26 करोड़ मीट्रिक टन आमों का उत्पादन किया है, जो पिछले साल से 9 फीसदी ज्यादा है। भारत अब भी दुनिया का सबसे बड़ा आम उत्पादक देश बना हुआ है और वैश्विक उत्पादन का 43 फीसदी भारत में होता है। देश के प्रमुख आम उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश (27 फीसदी) और आंध्र प्रदेश हैं, जिनके बाद बिहार, कर्नाटक और गुजरात का स्थान आता है।

निर्यात में हुई रिकॉर्ड बढ़ोतरी

भारत इस समय दुनिया का छठा सबसे बड़ा आम निर्यातक देश है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 में जहां भारत ने 36.22 मिलियन डॉलर के आम निर्यात किए थे। वहीं, 2023-24 में यह आंकड़ा 66 फीसदी बढ़कर 60.14 मिलियन डॉलर हो गया है। फिलहाल भारत 48 देशों को आम निर्यात करता है। सबसे बड़े खरीदारों में संयुक्त अरब अमीरात (31 फीसदी) और अमेरिका (23 फीसदी) शामिल हैं।

अमेरिका को भेजे जाने वाले आमों के निर्यात मूल्य में 2022-23 की तुलना में 2023-24 में 130 फीसदी की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यानी 4.36 मिलियन डॉलर से बढ़कर यह 10.01 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया। इसके अलावा एक मीट्रिक टन आम पर मिलने वाला औसत मूल्य भी 2019-20 में 1130 डॉलर से बढ़कर 2024-25 में 1846 डॉलर हो गया है।

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First published on: May 21, 2025 01:35 PM

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