Mukhtar Ansari Death: देश के सबसे बड़े सूबे यूपी में कई बाहुबलियों ने राज किया। इन माफियाओं ने पहले तो अपराध की दुनिया में अपने नाम का डंका बजवाया और फिर यूपी की राजनीति पर अपनी धाक जमाई। इन माफियाओं की तूती चुनावों में जमकर बोलती थी। हम आपको बताएंगे कि यूपी से कितने बाहुबलियों का खात्मा हो चुका है।
मुख्तार अंसारी
यूपी के माफिया डॉन और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक के चलते मौत हो गई। बांदा जेल में अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद मुख्तार को इलाज के लिए बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान मुख्तार की मौत हो गई। मऊ विधानसभा से पांच बार के विधायक रहे मुख्तार अंसारी की तूती चुनाव में जमकर बोलती थी। अंसारी ने तीन चुनावों में जेल में रहते हुए जीत हासिल की। हत्या और वसूली समेत 65 से अधिक आपराधिक मामले मुख्तार पर दर्ज थे। साल 2005 से मुख्तार जेल में सजा काट रहा था। बता दें कि अलग-अलग मामलों में उसे 2 बार उम्रकैद की सजा हुई थी।
अतीक अहमद
संगम नगरी प्रयागराज समेत कई जिलों में आतंक का पर्याय बन चुके अतीक की तूती बोलती थी। लोगों में अतीक की इतनी दहशत थी कि कोई भी अतीक अहमद के खिलाफ चुनाव लड़ने से डरता था। उमेश पाल हत्याकांड मामले में अतीक अहमद को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की अप्रैल 2023 में प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी के साथ ही माफिया अतीक के साम्राज्य का अंत हो गया।
विकास दुबे
देश भर में चर्चित बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे का नाम तब चर्चा में आया था, जब साल 2020 में कानपुर देहात के बिकरू गांव में दबिश देने गई पुलिस पर विकास और उसके गैंग के लोगों ने गोलियां बरसाकर सीओ समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विकास दुबे समेत कई बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराया था।