Lok Sabha Election 2024 PM Narendra Modi will contest Rameswaram: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा आत्मविश्वास से लबरेज है। नंवबर 2023 में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में उसे 3 राज्यों में बहुमत मिला और सरकार बनाई। अब बारी लोकसभा चुनाव 2024 की है। भाजपा की चुनावी मशीनरी पूरी तरह से एक्टिव है। पीएम मोदी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन करने वाले हैं। इससे पूरे देश में एक माहौल तैयार करने की कोशिश की जा रही है।
चुनावी विश्लेषकों की मानें तो पार्टी जीत के रथ पर सवार है ऐसे में वह राम मंदिर यानी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को मुद्दा बनाकर चुनाव में उतरेगी। इस मुद्दे के जरिए वह दक्षिण में भी पैठ बनाने में जुटी है। पीएम मोदी पिछले 2 दिन से दक्षिण राज्यों के दौरे पर थे। जहां उन्होंने कराड़ों रुपए की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
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काशी-तमिल संगमम के जरिए पैठ जमाने की कोशिश
पीएम मोदी लगातार 2 वर्षों से काशी-तमिल संगमम का आयोजन अपने संसदीय क्षेत्र काशी में कर रहे हैं। इस आयोजन के जरिए वे दक्षिण में विशेष तौर से तमिलनाडु में पैठ बनाना चाहते हैं। पार्टी उत्तर के अलावा दक्षिण के राज्यों में अपनी जड़ें मजबूत करना चाहती है। ऐसे में उसे तमिलनाडु और केरल के लिए विशेष रणनीति बनाने की जरूरत है।
എന്തുകൊണ്ടാണ് ജനങ്ങളുടെ വിശ്വാസത്തെ ചവിട്ടിമെതിക്കാൻ ഇന്ഡി സഖ്യത്തിലെ അംഗങ്ങൾ ഇഷ്ടപ്പെടുന്നത്?
ഇതിൽനിന്നു വ്യത്യസ്തമായി ബിജെപി മുന്ഗണന നല്കുന്നത് 'എല്ലാവര്ക്കുമൊപ്പം, എല്ലാവര്ക്കും വികസനം' എന്നതിനാണ്. pic.twitter.com/pekKRNkIn7
— Narendra Modi (@narendramodi) January 3, 2024
पार्टी की योजना है कि तमिलनाडु के रामेश्वरम सीट से किसी ऐसे नेता को चुनाव लड़ाए जो अपने दम पर आसपास की सभी सीटों पर प्रभाव जमा सके। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पीएम मोदी इस बार बनारस के अलावा रामेश्वरम से भी चुनाव लड़ सकते हैं।
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रामेश्वरम से चुनाव लड़ सकते हैं पीएम मोदी
तमिलनाडु में इस बार पार्टी 10 सीटें जीतना चाहती है। ऐसे में वह पूरा जोर वहां लगा रही है। पिछले दिनों पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी तमिलनाडु पहुंचे थे। वहीं प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई पूरे राज्य में पैदल यात्रा निकाल रहे हैं। संसद भवन के उद्घाटन पर दक्षिण से आए संतों ने जब पार्टी के नेताओं से मुलाकात की तो उन्होंने बताया कि इस बार पीएम मोदी को रामेश्वरम से चुनाव लड़ना चाहिए। ताकि पार्टी का राज्य में जनाधार बढ़ सके।
മോദിയെ എതിര്ക്കുക എന്നതല്ലാതെ എല്ഡിഎഫിനും യുഡിഎഫിനും എന്തെങ്കിലും അജണ്ടയുണ്ടോ? ഇല്ല എന്നാണ് ഉത്തരം. pic.twitter.com/uqgyaYn4aM
— Narendra Modi (@narendramodi) January 3, 2024
दक्षिण की स्थानीय पार्टियों ने वहां के लोगों के मन में इस बात का घर बना दिया कि भाजपा हिंदी थोपकर लोकल भाषाओं को समाप्त कर देना चाहती है। ऐसे में वहां के लोगों के मन से इस डर को समाप्त करना जरूरी है।
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तमिलनाडु-केरल में महिलाओं को साधने की जुगत
तमिलनाडु के साथ-साथ केरल में भी पार्टी अपनी जड़ें जमाना चाहती है। केरल की आबादी में बड़ा भाग इसाईयों का है। ऐसे में पार्टी के नेता कैथोलिक चर्च के कार्यक्रम में अक्सर देखे जाते हैं। ताकि इसाईयों को अपने पाले में कर सके। इसके अलावा वहां मुस्लिमों का भी बड़ा जनाधार है।
केंद्र सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के लिए तीन तलाक प्रथा को समाप्त करने के लिए कानून बनाया। इस मुद्दे को भी स्थानीय मुस्लिमों में प्रचार-प्रसार करने के लिए नेताओं से कहा गया है। पीएम मोदी ने केरल में महिला सम्मेलन को संबोधित किया। कुल मिलाकर पार्टी महिलाओं के जरिए तमिलनाडु और केरल में अपना जनाधार बढ़ाना चाहती है।