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केदारनाथ से कहां गायब हुआ 228 किलो सोना? जानें क्या कहते हैं पुजारी और शंकराचार्य?

Kedarnath Dham 228 Gold Scam Controversy: केदारनाथ धाम में 228 किलोग्राम सोना चोरी होने की खबरें सामने आ रही हैं। हालांकि इन खबरों के तार काफी पुराने हैं। आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है?

Edited By : Sakshi Pandey | Updated: Jul 17, 2024 12:47
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Kedarnath Dham Gold Controversy

Kedarnath Dham 228 Kg Gold Controversy: चारधाम यात्रा में से एक केदारनाथ धाम पिछले कुछ दिनों से चर्चा में है। केदारनाथ मंदिर से कई किलोग्राम सोना चोरी होने की बात सामने आ रही है। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने इसे ‘सोना घोटाले’ का नाम दिया है। शंकराचार्य का दावा है कि मंदिर से 228 किलोग्राम सोना गायब हो गया है। अब दिल्ली में केदारनाथ मंदिर बनने जा रहा है। वहां भी घोटाला होगा। केदारनाथ मंदिर से चोरी हुए इस सोने की कोई जांच नहीं हुई। आखिर इसका जिम्मेदार कौन है? शंकराचार्य के इस खुलासे के बाद हर कोई हैरान है। तो आइए जानते हैं कि पूरा मामला आखिर क्या है?

पिछले साल हुआ था खुलासा

शंकराचार्य ने जिस सोना घोटाले का जिक्र किया है वो मामला पिछले साल का है। जून 2023 में केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी संतोष त्रिवेदी ने सोना घोटाले का खुलासा किया था। उनका आरोप था कि मंदिर के गर्भगृह की दीवारों पर 125 करोड़ रुपये का सोना मड़वाया गया था। 2005 में किसी ने ये सोना दान किया था। तब सोने को मंदिर की दीवारों पर लगवाया गया था। संतोष त्रिवेदी का दावा था कि केदारनाथ मंदिर की दीवारों पर लगा सोना अब पीतल में तब्दील हो गया है।

BKTC पर लगाए थे आरोप

केदारनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी संतोष त्रिवेदी ने ना सिर्फ सोना चोरी होने का दावा किया था बल्कि उन्होंने बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) पर इस गड़बड़ी का आरोप लगाया था। हालांकि BKTC ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। BKTC का कहना था कि समिति को बदनाम करने के लिए सोना चोरी होने की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने शंकराचार्य को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उन्हें सचमुच लगता है कि मंदिर से सोना चोरी हुआ है तो सुप्रीम कोर्ट में जाएं और सबूत पेश करें।

दिल्ली के केदारनाथ मंदिर का विरोध क्यों?

बता दें कि दिल्ली में केदारनाथ धाम की तर्ज पर नया मंदिर बन रहा है। इस मंदिर को लेकर कई संतों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। संतों का कहना है कि शिवपुराण में 12 ज्योतिर्लिंगों का जिक्र है, जिसमें से एक केदारनाथ धाम भी है। केदारनाथ धाम हिमालय की गोद में बसा है और इसके नाम पर नया मंदिर बनाना केदारनाथ धाम की पवित्रता का अपमान करने के बराबर है।

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First published on: Jul 17, 2024 12:47 PM

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