Kanchanjunga Express Train Accident: पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाई गुड़ी के नजदीक सोमवार सुबह सियालदाह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने टक्कर मार दी। इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य लोग घायल हो गए। इस संबंध में जीआरपी ने मंगलवार को ट्रेन के यात्री की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की। अब यात्री ने आरोप लगाया कि उससे एक सादे कागज पर साइन लिए गए थे।
बता दें कि मंगलवार को जलपाईगुड़ी रेलवे पुलिस ने कंचनजंगा एक्सप्रेस की यात्री चैताली मजूमदार की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया। शिकायत के अनुसार मालगाड़ी के लोको पायलट और सह लोको पायलट की लापरवाही के कारण हादसा हुआ। बता दें कि इस हादसे में लोको पायलट की मौत हो गई। जबकि सह लोको पायलट घायल हो गया। जिसका अभी भी सिलीगुड़ी के मेडिकल काॅलेज में इलाज चल रहा है।
#WATCH | Kanchenjunga Express train accident | West Bengal: Latest drone visuals from Phansidewa area of Darjeeling district, where the accident occurred, show the current situation at the site.
8 people died and around 25 got injured in the accident. Train services resumed… pic.twitter.com/QzlReDsFB5
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) June 18, 2024
शिकायती पत्र में यह लिखा था
रेलवे पुलिस के अनुसार चैताली मजूमदार ने अपनी शिकायत में लिखा कि सोमवार को जब कंचनजंगा एक्सप्रेस रंगापानी रेलवे स्टेशन और निजबारी रेलवे स्टेशन के बीच से गुजर रही थी तो अचानक उसे लगा कि ट्रेन को बहुत जोर से झटका लगा है। एक बच्चा अपनी मां की गोद से गिर गया और डिब्बे में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस हादसे में उसे और कुछ अन्य यात्रियों को चोटें आईं। हादसे के बाद ट्रेन के डिब्बे से नीचे उतरने के बाद उसे पता चला कि एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी थी और दोनों ट्रेनें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थीं। जिसमें मालगाड़ी का इंजन भी शामिल था। बाद में ग्रामीणों और अन्य लोगों की मदद से डिब्बे में फंसे घायलों को बाहर निकाला गया।
मनचाहे तरीके से लिखी गई एफआईआर- महिला यात्री
इस शिकायत के आधार पर जीआरपी अधिकारियों ने भारतीय रेलवे एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। हालांकि कुछ घंटों बाद शिकायतकर्ता चैताली मजूमदार अपने लिखित बयान से पलट गईं और आरोप लगाया कि उन्हें इस हादसे की जानकारी नहीं थी और उनकी ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई। चैताली मजूमदार ने कहा कि जीआरपी अधिकारियों ने उनसे एक खाली कागज पर साइन करा लिए और शिकायती पत्र को मनचाहे तरीके से लिखा गया। जिसे बाद में एफआईआर का नाम दे दिया गया। महिला यात्री के आरोप पर अभी रेलवे पुलिस की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
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