Jaipur Mumbai Train Firing: जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट ट्रेन में 31 जुलाई को हुए फायरिंग की घटना में अब कई खुलासे हुए हैं। जीआरपी की जांच में पता चला है कि आरपीएफ काॅन्स्टेबल चेतन चौधरी ने ट्रेन में और ज्यादा खुनी खराबा करने का सोचा था लेकिन ट्रेन में मौजूद यात्रियों की आक्रामकता के चलते ऐसा संभव नहीं हो सका।
उधर रेलवे पुलिस बल के काॅन्स्टेबल चेतन चौधरी को फायरिंग की घटना के बाद 14 अगस्त को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्तगी का आदेश आरपीएफ के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, मुंबई सेंट्रल द्वारा जारी किया गया था। फिलहाल चेतन जेल में बंद हैं और कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेजा हैं।
राजकीय रेलवे पुलिस की जांच में अब तक यह सामने आया है कि काॅन्स्टेबल चेतन चौधरी ने बोरीवली स्टेशन पर उतरने से पहले और कई लोगों को अपना निशाना बना सकता था। क्योंकि उसकी राइफल में सात राउंड बचे थे। वह ट्रेन में अधिक से अधिक लोगों को मौत के घाट उतारना चाहता था इसलिए उसने अपनी बदूंक एस 5 डिब्बे में बुरखा पहनी एक महिला की ओर तान दी। हालांकि यात्रियों के हंगामे के कारण महिला की जान बच गई।
यात्रियों को ऐसे बनाया शिकार
गवाहों की मानें तो बोरीवली स्टेशन पर उतरने से पहले उसने कोच एस 6 में एक यात्री अजगर अली की हत्या की थी। इतना ही नहीं हत्या के बाद उसने भाषण भी दिया था। इसके बाद उसने वहां मौजूद यात्रियों को वीडियो रिकाॅर्ड करने के लिए कहा था। एस 5 कोच में महिला को ओर बंदूक तानने के बाद उसने कोच में मौजूद एक अन्य यात्री जाफर खान को भी धमकी दी थी। इसी डिब्बे में उसने सैफुद्दीन को अपना दूसरा शिकार बनाया था।
चेतन चौधरी ने अपना तीसरा शिकार अब्दुल कादर भानपुरवाला को बनाया। भानपुरवाला के पास बैठे गवाह ने बताया कि भानपुरवाला वैतरणा स्टेशन पर उतरने वाला था इसलिए वह अपना सामान लेकर दरवाजे पर गया था। इसके बाद चौधरी ने पहले मीना को अपना शिकार बनाया। मीना को शिकार बनाने के 20 मिनट बाद भानपुरवाला को मौत के घाट उतार दिया।
यह है मामला
राजकीय पुलिस की मानें तो बोरीवली स्टेशन पर उतरने के बाद एक गार्ड भी ट्रेन से उतरा लेकिन चौधरी ने उस पर अपनी बंदूक तान दी। इसके बाद जब गार्ड ने चौधरी के पैरों में खून देखा तो वह फिर से ट्रेन में चढ़ गया। बता दें कि घटना 31 जुलाई की है। जब जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में पालघर स्टेशन के पास आरपीएफ काॅन्स्टेबल चेतन चौधरी ने अपनी राइफल से फायरिंग कर एक सहायक उपनिरीक्षक समेत 4 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।