Jagdeep Dhankhar Resigns inside story: देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा देते समय जिन हेल्थ प्रॉब्लम्स का जिक्र किया, वो इस साल मार्च में सामने आईं थीं। जगदीप धनखड़ को सीने में दर्द के चलते AIIMS में दाखिल करवाया गया था। डॉ. राजीव नारंग के नेतृत्व में Cardiac Disease बीमारी का इलाज चला। क्रिटिकल केयर यूनिट में ट्रीटमेंट के दौरान उनकी सर्जरी हुई। उनके हार्ट में स्टेंट डाला गया और उनकी हालत स्थिर बताई। तीन दिन बाद हालत स्थिर होने पर जगदीप धनखड़ को AIIMS से छुट्टी मिली।
यह था 9 मार्च की सुबह का ट्वीट
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को सुबह-सुबह AIIMS दिल्ली के कार्डियक विभाग में भर्ती कराया गया। उनकी हालत स्थिर है और उन्हें निगरानी में रखा गया है: AIIMS अस्पताल सूत्र
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इस्तीफे में जगदीप धनखड़ ने क्या लिखा?
जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दिए इस्तीफा पत्र में लिखा कि उन्होंने यह फैसला मौजूदा स्वास्थ्य परेशानियों को देखते हुए लिया है। संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के अनुसार हेल्थ को प्रॉयोरिटी देते हुए वह तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देते हैं। इस्तीफे में जगदीप धनकड़ ने राष्ट्रपति, पीएम मोदी और मंत्रिपरिषद को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया।
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जगदीप धनखड़ को पहले हुई थी पद से हटाने की कोशिश
जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद से हटाने की कोशिश विपक्ष ने पिछले साल की थी। इंडिया गठबंधन ने धनखड़ पर सदन की कार्यवाही में पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि राज्यसभा के माननीय सभापति पक्षपातपूर्ण तरीके से उच्च सदन की कार्यवाही का संचालन करते है। गठबंधन के सभी घटक दलों के पास उनके ख़िलाफ औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव लाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
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