Wind Wave Alert: तपती गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। हालांकि अप्रैल के दूसरे हफ्ते में हुई बारिश ने मौसम को कुछ खुशनुमा बना दिया लेकिन फिर से गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है। बुधवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री दर्ज किया गया। सुबह से ही धूप निकल गई और दिन चढ़ते-चढ़ते उसमें तपिश बढ़ने लगी। ऐसा ही कुछ गुरुवार 17 अप्रैल का भी हाल है। सुबह 8 बजे से ही तेज धूप निकल आई है और गर्मी की सुगबुगाहट बता रही है कि दिन में पारा हाई होने वाला है। वहीं मौसम विभाग ने इस साल तेज आंधी चलने और हीट वेव के साथ विंड वेव के चलने के भी कयास लगाए हैं। इस साल तेज और गर्म हवाएं चलेंगी और लू के थपेड़े लोगों को परेशान करेंगे।
गर्मी बनेगी आफत
इस साल अप्रैल के महीने में ही तेज गर्मी ने बता दिया कि आगे आने वाले दिन कैसे रहने वाले हैं। जब अप्रैल के पहले हफ्ते में ही लोगों के एसी दिन-रात चलने लगे हैं तो ये इशारा है कि मई और जून में तो शायद एसी की ठंडक भी काम न करे। हालांकि अप्रैल के दूसरे हफ्ते में आई बारिश से 2-4 दिनों के लिए मौसम कुछ खुशनुमा हो गया था, लेकिन फिर से गर्मी ने रफ्तार पकड़ी और लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया। बच्चों और बुजुर्गों के लिए तो येलो अलर्ट जारी कर दिया गया कि वो घर से बाहर कम ही निकलें। जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलें वरना बीमार पड़ने की आशंका है।
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‘हीट वेव’ संग ‘विंड वेव’ का मंडरा रहा खतरा
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में या यूं कहें कि इस साल हीट वेव के साथ विंड वेव का भी खतरा मंडरा रहा है। इस साल लू अधिक चलेगी इसका मतलब आंधी और तूफान वाला मौसम रहेगा जिससे पेड़ गिरेंगे ऐसे में लोगों को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। मौसम विभाग के अनुसार, गर्मियों के दौरान हीट वेव को खत्म करने के लिए बारिश और आंधी आती हैं। इस बार लू अधिक चलेगी तो आंधी चलने के आसार भी ज्यादा हैं। मौसम विभाग के अनुसार इस बार पहाड़ों में बारिश ज्यादा होने के आसार हैं। ऐसे में कहीं न कहीं प्लेन्स पर ठंडक का एहसास होगा।
क्या है विंड वेव और वो हीट वेव से कैसे अलग?
जान लें कि विंड वेव जिसे पवन तरंग भी कहा जाता है हवा के कारण पानी की सतह पर बनने वाली लहरों को इधर उधर-रेफर करती हैं। इसके अलावा ये भी जानना जरूरी है कि विंड वेव और हिंट वेव में क्या अंतर है। दरअसल विंड वेव और हीट वेव दोनों अलग- अलग हैं। जान लें कि हीट वेव एक ऐसा मौसम है जिसमें तापमान बहुत अधिक गर्म होता है, जबकि विंड वेव हवा की तेज गति को कहा जाता है।
समय से पहले आ सकता है मानसून
मौसम विभाग के अनुसार, इस साल मानसून भी समय से पहले ही आ सकता है। बता दें कि 1 जून को मानसून केरल में एंट्री ले सकता है और 27 जून के आसपास दिल्ली-एनसीआर में मानसून आने की पूरी संभावना है।
ऐसे में लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत भी मिल सकती है।
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