Indian Rescue Operations In Foreign Countries: इजराइल-हमास युद्ध के बीच फंसे भारतीयों को वतन वापस लाने के लिए भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन अजय’ लॉन्च कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइल में करीब 18 हजार भारतीय फंसे हैं। केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि अगर जरूरत पड़ी तो इंडिनय नेवी को भी इस ऑपरेशन में शामिल किया जाएगा, लेकिन ऑपरेशन अजय पहला नहीं है, बल्कि भारत ने आज तक कई रेस्क्यू ऑपरेशन विदेशी सरजमीं पर अपने लोगों को बचाने क लिए चलाए हैं। इनमें से एक का नाम तो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल है। आइए प्रमुख रेस्क्यू ऑपरेशन्स के बारे में जानते हैं…
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गिनीज बुक में दर्ज कुवैत एयरलिफ्ट (1990) ऑपरेशन
1990 में इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन ने 700 टैंकों और एक लाख सैनिकों के साथ कुवैत पर हमला किया था। उस दौरान भारत सरकार ने कुवैत में फंसे 1,70,000 भारतीयों को निकालने के लिए कुवैत एयरलिफ्ट ऑपरेशन चलाया था और सभी भारतीयों को कुवैत से सुरक्षित निकाल लिया था। इस ऑपरेशन का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।
ऑपरेशन कावेरी 2023
सूडान में हिंसा के दौरान फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ने 24 अप्रैल से 5 मई 2023 तक ऑपरेशन कावेरी लॉन्च किया था। इसके तहत सूडान में फंसे 3862 को भारतीय नौसेना और वायुसेना की मदद से निकला गया था।
ऑपरेशन गंगा 2022
यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान युक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा लॉन्च किया गया था, जो 26 फरवरी से 11 मार्च तक चलाया गया था। इसके तहत करीब 20 हजार छात्रों को यूक्रेन से रोमानिया, हंगरी, पोलैंड, मोल्दोवा और स्लोवाकिया देशों के जरिए भारत लाया गया था। इस मिशन में देश के 12 से अधिक मंत्रियों, एयरफोर्स, NDRF, एयर इंडिया ने सहयोग किया है।
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ऑपरेशन देवी शक्ति 2021
साल 2021 में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान ने कब्जा कर लिया था। इसके बाद तालिबान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए 16 अगस्त 2021 को ऑपरेशन देवी शक्ति लॉन्च किया गया था। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारतीय वायु सेना और एयर इंडिया के साथ मिलकर तालिबान से 800 भारतीयों को सुरक्षित निकाला था।
मिशन वंदे भारत 2020
साल 2020 में कोरोना महामारी फैलने के कारण दुनियाभर के कई देशों में भारतीय फंस गए थे। उन्हें विदेशों से सुरक्षित वतन वापस लाने के लिए 7 मई 2020 को वंदे भारत मिशन लॉन्च किया गया था। इस मिशन के तहत कई चरणों में 30 अप्रैल 2021 तक करीब 60 लाख भारतीय वापस लाए गए थे।
ऑपरेशन समुद्र सेतु (2020)
कोरोना काल के दौरान भारतीय नागरिक विदेशों में फंस गए थे। इन्हें सुरक्षित निकालने के लिए इंडियन नेवी द्वारा ऑपरेशन समुद्र सेतु चलाया गया था। इस ऑपरेशन के तहत नेवी ने समुद्र के रास्ते 3992 लोगों को विदेशों से निकाला था। यह ऑपरेशन 55 दिन तक चला था।
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ब्रसेल्स से निकासी 2016
मार्च 2016 में बेल्जियम जेवेंटेम में ब्रसेल्स हवाई अड्डे पर और मध्य ब्रुसेल्स में मालबीक मेट्रो स्टेशन पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले के बाद जेट एयरवेज की फ्लाइट से 28 क्रू मेंबर्स समेत कुल 242 भारतीयों को भारत सुरक्षित भारत लाया गया था। इसके लिए ब्रसेल्स से निकासी ऑपरेशन चलाया गया था।
ऑपरेशन राहत’ 2015
2015 में यमन में गृह युद्ध शुरू हो गया था। इस बीच सऊदी ने नो-फ्लाई जोन घोषित किया तो मिलिट्री इंटरवेंशन के दौरान भारत सरकार ने ऑपरेशन राहत लॉन्च किया था। इसके तहत यमन से 41 देशों के 960 विदेशी नागरिकों और 4640 से अधिक भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया था। हवाई और समुद्री दोनों रास्ते से लोग निकाले गए थे।
ऑपरेशन मैत्री 2015
2015 में नेपाल में विनाशकारी भूकंप आया था। इस दौरान बचाव और राहत अभियान चलाते हुए भारत सरकार ने सेना के साथ मिलकर ऑपरेशन मैत्री लॉन्च किया था। इसके तहत 5188 लोगों को सुरक्षित निकाला गया था। 785 टूरिस्टों को ट्रांजिट वीजा देकर भारत लाया गया था। यहीं नहीं उनको उनके देशों में सुरक्षित भिजवाया भी गया था।
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ऑपरेशन सूर्य होप, राहत 2013
2013 में केदारनाथ त्रासदी पूरी दुनिया ने देखी। इस दौरान भारतीय सेना ने ऑपरेशन सूर्य होप लॉन्च किया था। वायुसेना ने भी ऑपरेशन राहत लॉन्च किया था। दोनों सेनाओं के इस अभियान में इंडियन नेवी भी शामिल की गई थी।
ऑपरेशन सुरक्षित घर वापसी 2011
साल 2011 में लीबिया में गृह युद्ध चल रहा था। इस दौरान 26 फरवरी 2011 को लीबियाई सिविल वार में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन सुरक्षित घर वापसी लॉन्च किया गया था। इस अभियान के तहत एयरफोर्स और नेवी ने मिलकर 15 हजार भारतीयों को सुरक्षित लीबिया से निकाला था।
ऑपरेशन सुकून 2006
जुलाई 2006 में इजराइल और लेबनान में युद्ध के हालात बने थे। इस दौरान भारत, नेपाल और श्रीलंका के लोगों को इजराइल और लेबनान से वापस लाने के लिए ऑपरेशन सुकून लॉन्च किया गया था। 19 जुलाई से एक अगस्त 2006 तक यह ऑपरेशन चला था और 2280 लोगों को सुरक्षित निकाला गया था।