Indonesian President Prabowo Subianto Republic Day Chief Guest : भारत आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इसको लेकर पूरे देश में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम नेता कर्तव्य पथ की परेड में शामिल होंगे। इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि भी खास हैं। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो आज कर्तव्य पथ पर भारत के 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होंगे। आइये जानते हैं कि भारत के पहले गणतंत्र दिवस के दौरान मुख्य अतिथि कौन थे और आज के मुख्य अतिथि से क्या कनेक्शन है?
76वें गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो मुख्य अतिथि हैं। इस दौरान कर्तव्य पथ पर दोनों देशों के सालों के संबंधों का एक बड़ा प्रदर्शन देखने को मिलने वाला है। राष्ट्रपति प्रबोवो भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले चौथे इंडोनेशिया के राष्ट्रपति होंगे। इंडोनेशिया से 352 सदस्यों की मार्चिंग और बैंड टुकड़ी कर्तव्य पथ पर परेड करने वाली है। इस टुकड़ी के रिहर्सल का वीडियो सामने आया था, जिसमें जवान उत्साहित दिखाई दे रहे थे।
तीन बार पहले भी शामिल हो चुके हैं इंडोनेशिया के राष्ट्रपति
इससे पहले भी तीन बार इंडोनेशिया के राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर परेड में शामिल हो चुके हैं लेकिन ये पहला मौका होगा जब इंडोनेशिया की मार्चिंग और बैंड टुकड़ी विदेश में राष्ट्रीय दिवस परेड में भाग लेगी।
Tiba di Istana Rashtrapati Bavan, India, saya merasa sangat terhormat menerima sambutan kenegaraan yang penuh kehormatan. Dalam kesempatan ini, saya bertemu Presiden @rashtrapatibhvn dan PM @narendramodi untuk memperkuat kerja sama strategis kedua negara.
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— Prabowo Subianto (@prabowo) January 25, 2025
पहले गणतंत्र दिवस पर कौन थे मुख्य अतिथि?
साल 1950 में जब भारत ने पहली बार गणतंत्र दिवस मनाया था, तब भी मुख्य अथिति के तौर पर तत्कालीन इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो ने भाग लिया था। तब वे भारत की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर आए थे। यह दोनों देशों के बीच की घनिष्ठ मित्रता को दर्शाता है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो से मुलाकात के दौरान भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि 75 साल पहले, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में हमारे पहले गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि थे। यह भारत और इंडोनेशिया के बीच लंबे समय से चले आ रहे संबंधों और मजबूत लोकतांत्रिक परंपराओं का प्रतिबिंब है।
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क्यों महत्वपूर्ण है भारत-इंडोनेशिया की दोस्ती?
इंडोनेशिया एशिया में भारत के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है। 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार 29.40 बिलियन अमेरिकी डॉलर (2.50 लाख करोड़) तक पहुंच गया। इंडोनेशिया में भारतीय निवेश 1.56 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। इंडोनेशिया अब ब्रिक्स समूह का भी हिस्सा है और उसने उभरती अर्थव्यवस्थाओं के मंच की सदस्यता के लिए भारत के समर्थन की सराहना की है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई और इस दौरान स्वास्थ्य, पारंपरिक चिकित्सा और समुद्री सुरक्षा सहित व्यापक क्षेत्रों पर पांच समझौते हुए।