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थाईलैंड में नौकरी देने के नाम पर ले गए म्यांमार, इन रूह कपां देने वाली परिस्थितियों में करवाते थे काम

नई दिल्ली: विदेशों में नौकरी देने का झांसा देकर ठगी करने की आपने बहुत खबर पढ़ी होंगी। लेकिन इस बार इन ठगों ने नया रूट व आइडिया अपनाया है। दुबई व देश से बाहर बैठे एजेंट बेरोजगार युवाओं को दाना डालते हैं। इन युवाओं को ‘डिजिटल सेल्स एंड मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव’ जैसे पदों पर नौकरी देने […]

Author Edited By : Amit Kasana Updated: Oct 5, 2022 16:49
फर्जी जॉब रैकेट से बचाव गए युवा
फर्जी जॉब रैकेट में फंसे वह युवा जिन्हें भारत वापस लाया गया

नई दिल्ली: विदेशों में नौकरी देने का झांसा देकर ठगी करने की आपने बहुत खबर पढ़ी होंगी। लेकिन इस बार इन ठगों ने नया रूट व आइडिया अपनाया है। दुबई व देश से बाहर बैठे एजेंट बेरोजगार युवाओं को दाना डालते हैं। इन युवाओं को ‘डिजिटल सेल्स एंड मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव’ जैसे पदों पर नौकरी देने का झांसा दिया जाता है। युवाओं को थाईलैंड में नौकरी पर रखने का झूठा वादा कर म्यांमार लाओस और कंबोडिया जैसे देशों में ले जाकर काम करवाया जाता है। वहां भी किसी एक्जीक्यूटिव की तरह नहीं बल्कि मजदूरों की तरह बेहद दयनीय स्थिति में यह लोग रहने व काम करने का मजबूर होते हैं।

 

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विदेश मंत्रालय ने हाल ही में ऐसे 45 लोगों को मुक्त करवाया है और सकुशल भारत लेकर आए हैं। कुछ लोग लोगों को वापस लाने की कानूनी प्रक्रिया चल रही है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक म्यांमार में फर्जी नौकरी रैकेट में फंसे करीब 45 भारतीयों को बचाया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा “इंडियाइन म्यांमार और इंडियाइन थाईलैंड के प्रयासों के लिए धन्यवाद, लगभग 32 भारतीयों को पहले ही बचाया जा चुका है। अन्य 13 भारतीय नागरिकों को अब बचा लिया गया है और वे आज तमिलनाडु पहुंच गए हैं।”

यह सावधानी बरतें

भारतीय नागरिकों को विदेशों में रोजगार के संदिग्ध प्रस्तावों को स्वीकार करने से पहले क्रॉस-चेक करने और ऐसी नौकरियों के खिलाफ अत्यधिक सावधानी बरतने की चेतावनी दी गई है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक खासकर आईटी कुशल युवा इन गिरोह के निशाने पर हैं।”कॉल सेंटर घोटाले और क्रिप्टो-मुद्रा धोखाधड़ी में शामिल संदिग्ध आईटी फर्मों द्वारा थाईलैंड में ‘डिजिटल सेल्स एंड मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव’ के पदों के लिए भारतीय युवाओं को लुभाने के लिए आकर्षक नौकरी की पेशकश की जाती है। फिर अवैध रूप से सीमा पार करवा म्यांमार ले जाया जाता है।

मंत्रालय की है यह सलाह

भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या अन्य स्रोतों के माध्यम से जारी किए जा रहे ऐसे फर्जी नौकरी प्रस्तावों में न फंसें। रोजगार के उद्देश्य से पर्यटक, विजिट वीजा पर यात्रा करने से पहले, भारतीय नागरिकों को संबंधित मिशनों के माध्यम से विदेशी नियोक्ताओं की साख की जांच, सत्यापन करें। किसी भी नौकरी की पेशकश लेने से पहले एजेंटों के साथ-साथ किसी भी कंपनी की भर्ती के पूर्ववृत्त उसकी जांच कर लें।

First published on: Oct 05, 2022 04:49 PM

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