India May import Cheetahs from Northern Africa: भारत अब उत्तरी अफ्रीका से चीते लाने की तैयारी कर रहा है। कारण नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों में गर्मी के मौसम में शीतकालीन कोट (Winter Coat) यानि फर की मोटी परत विकसित हो गई है। इसके कारण संक्रमण बढ़ने के मामले सामने आ रहे हैं। इसकी उम्मीद अफ्रीकी एक्स्पर्ट्स को भी नहीं थी। इसके चलते कई चीतों की मौत हो चुकी है। अफसरों का कहना है कि इसी वजह उत्तरी अफ्रीका से चीते लाए जा सकते हैं। यह भारतीय वातावरण के लिए अधिक अनुकूल हैं। हालांकि इस प्लानिंग पर अभी अंतिम मुहर लगना बाकी है।
फर में संक्रमण के चलते तीन चीतों की गई जान
उच्च आर्द्रता और तापमान के साथ विंटर कोट ने खुजली पैदा कर दी, जिससे जानवरों को पेड़ के तने या जमीन पर अपनी गर्दन खुजलाने के लिए प्रेरित होना पड़ा। अधिकारी ने बताया कि इससे चोटें आईं। उनके चोटों पर मक्खियों ने अपने अंडे दिए, जिसके परिणामस्वरूप कीड़ों का संक्रमण हुआ और अंततः, जीवाणु संक्रमण और सेप्टीसीमिया हुआ। जिससे तीन चीतों की मौत हो गई।
भारतीय परिस्थितियों के अनुकूल उत्तरी अफ्रीका के चीते
चीता प्रोजेक्ट से जुड़े एक अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उत्तरी और उत्तरपूर्वी अफ्रीका में चीते जो उत्तरी गोलार्ध में हैं वे भारतीय परिस्थितियों के लिए अनुकूल हैं। लेकिन हमें अभी भी अफ्रीका के इस हिस्से में चीतों की स्थिति की जांच करनी है। उनकी आबादी, स्वास्थ्य स्थिति, प्रजनन चक्र आदि पर अभी और जांच करना है।
अधिकारी ने कहा, यूके और यूएस सहित कई अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने उत्तरी अफ्रीका से चीतों का आयात किया है। अधिकारी ने कहा, उन्होंने सिफारिश की है कि भारत भी ऐसा ही करे।
पहले दक्षिण अफ्रीका से आएंगे चीते
प्रोजेक्ट चीता के प्रमुख और पर्यावरण मंत्रालय में अतिरिक्त महानिदेशक (वन) एसपी यादव ने कहा कि उत्तरी अफ्रीका से चीते लाने का विचार चल रहा है। लेकिन उससे पहले दक्षिण अफ्रीका से चीतों का एक बैच आएगा।
उन्होंने कहा कि भारत उन चीतों को आयात करने की योजना बना रहा है, जिनमें सर्दियों में मोटे कोट विकसित नहीं होते हैं। जो कुछ चीतों में गंभीर संक्रमण और उनमें से तीन की मौत के पीछे एक प्राथमिक कारक है।
चीते उत्तरी अफ्रीका के कुछ हिस्सों में पाए जाते थे, लेकिन इस क्षेत्र में उनकी आबादी में काफी गिरावट आई है, और अब उन्हें कई उत्तरी अफ्रीकी देशों में विलुप्त या लगभग विलुप्त माना जाता है।
कुनो नेशनल पार्क लाए गए 20 चीते, 6 की गई जान
बीते एक साल के भीतर नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कुनो में कुल 20 चीतों को लाया गया था। मार्च के बाद से इनमें से छह वयस्क चीतों की विभिन्न कारणों से मौत हो चुकी है। तीन शावकों की जान गई थी।
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