IIT Placements 2023: आईआईटी में पढ़ना देशभर के लाखों छात्रों का सपना होता है, लेकिन यह सपना केवल कुछ छात्रों का ही पूरा हो पाता है। आईआईटी का क्रेज सबसे ज्यादा इस बात की वजह से है कि यहां पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए नौकरी के ज्यादा अवसर होते हैं। अगले महीने यानी दिसंबर से ही आईआईटी में कैंपस प्लेसमेंट होना है। इसमें कई देशी विदेशी कंपनियां छात्रों को महंगे पैकेज पर नौकरियां देंगी। इस बीच रिक्रूटर्स के एक सवाल को लेकर बवाल मच गया है और छात्र इसके विरोध में उतर आए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक रिक्रूटर्स ने स्टूडेंट्स से कहा है कि वे Common Rank List (CRL) में अपनी JEE Advanced की रैंक बताएं।
क्या है बवाल की वजह
द टेलीग्राफ ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर बताया है कि, IIT में कैंपस प्लेसमेंट के लिए इंटरव्यू आयोजित करने वाली कुछ कंपनियों ने छात्रों से उनकी जातीय बैकग्राउंड या तीन साल पहले ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन में उनको मिली रैंक बताने के लिए कहा है। आरोप लगाया जा रहा है कि इससे भेदभाव को बढ़ावा मिलेगा।
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छात्रों को है किस बात का डर
वहीं छात्रों ने इसका विरोध करते हुए मेल किया है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राएं इससे नाराज हैं। उन्हें खुद को प्लेसमेंट प्रक्रिया से बाहर करने का डर सता रहा है, क्योंकि उन्हें पहले आरक्षण का लाभ मिल चुका है। छात्रों ने शिकायत की है कि प्री-प्लेसमेंट फॉर्म में जेईई एडवांस्ड की सीआरएल रैंक भरने को कहा गया है। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि जो जानकारी मांगी गई है उसका क्या इस्तेमाल किया जाएगा। बता दें कि एक दिसंबर से ही प्लेसमेंट शुरू होने वाला है।
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