Gold Demand Increase : देश में त्योहारों का सीजन आने वाला है. भारत के लोगों में त्योहारों को लेकर खासा उत्साह देखा जाता है. वहीं, इस बार त्योहारी सीजन और सांस्कृतिक मांग दोनों को देखते हुए सोने की डिमांड लोगों के बीच में बढ़ने वाली है. इसका सबसे बड़ा कारण भारत में हुए जीएसटी सुधार को माना जा रहा है. इसकी जानकारी मिराए एसेट म्यूचुअल फंड ने भी एक रिपोर्ट में दी है. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि आभूषणों की मांग को देखते हुए भारत और चीन उत्प्रेरक की भूमिका निभाते हैं – दोनों मिलकर मांग में 50 प्रतिशत से अधिक का योगदान करते हैं.
त्योहारी सीजन में बढ़ेगी सोने की मांग
उपभोक्ता खर्च में सुधार और प्रोत्साहन पैकेज से चीन में भी आभूषणों की खरीदारी में तेजी आ सकती है. लेकिन रिपोर्ट में एक चेतावनी भी दी गई है. मिराए एसेट म्यूचुअल फंड का कहना है कि सोने के 3,500-3,600 डॉलर प्रति औंस से ऊपर होने के कारण, सोने की माँग को सीमित कर सकती है. रिपोर्ट में इस बात का भी ज्रिक किया गया है कि “आगे चलकर सोना मौजूदा स्तर से ऊपर की ओर बढ़ेगा, क्योंकि इसमें सुधार के संकेत मिल रहे हैं.”
विश्व स्वर्ण परिषद की नई टिप्पणी के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने ने अगस्त 2025 में अपनी शानदार बढ़त जारी रखी और महीने के अंत में 3,429 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ, जो 3.9 प्रतिशत मासिक वृद्धि दर्शाता है, और इस साल अब तक की इसकी वृद्धि 31 प्रतिशत से ऊपर पहुँच गई है.
बाजार के आंकड़ों के अनुसार, पीली धातु अब 3,700 डॉलर प्रति औंस से थोड़ा ऊपर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है. डब्ल्यूजीसी ने बताया कि अगस्त में सोने में यह तेजी कमजोर अमेरिकी डॉलर, स्वर्ण-आधारित ईटीएफ (gold-backed ETFs) में मजबूत निवेश और लगातार भू-राजनीतिक तनाव के कारण देखी गई थी.
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मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (MCX) पर कीमतें वर्तमान में लगभग 109,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हैं, और वर्ष 2025 की शुरुआत से यह एक प्रभावशाली उछाल है. वहीं, दूसरी ओर भारत का बाजार प्रदर्शन कई समकक्ष देशों से बेहतर रहा है, जो मजबूत निवेश मांग और उच्च मूल्य स्तरों पर स्थिर घरेलू मांग को दर्शाता है.