Gaganyaan Mission: भारत जल्द ही अंतरिक्ष में नई छलांग लगाने की तैयारी है। भारत पहली बार मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ लॉन्च करने जा रहा है। इसके लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 80% काम पूरा कर लिया है। यह पहला मौका होगा जब इसरो के मिशन से कोई भारतीय अंतरिक्षयात्री अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में जाएगा। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा से ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के लौटने और गगनयान मिशन पर अब तक हुए काम को लेकर इसरो ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
अगले साल मार्च तक पूरा हो जाएगा काम
इसरो प्रमुख ने बताया कि गगनयान मिशन के हर स्तर पर हम तेजी से काम कर रहे हैं। मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि हम इस प्रोग्राम के लिए 80 फीसदी काम पूरा कर चुके हैं। जबकि 20 फीसदी मिशन को अगले साल मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद मिशन की लॉन्चिंग की जाएगी।
शुभांशु शुक्ला को बताया श्रीराम
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शुभांशु शुक्ला के साथ अंतरिक्षयात्री प्रशांत बी नायर भी थे। नायर ने कहा कि कुछ महीने बाद दीपावली है। ये वही समय है जब राम जी अयोध्या आए थे। शुभांशु की तरफ देखते हुए नायर ने कह कि यहां पर मेरे राम शुभांशु शुक्ला हैं। मैं उनका लक्ष्मण हूं। आज हमारे लिए यहां दीपावली की तरह है, जब हमारा स्वागत करने के लिए पूरा देश यहां आया हुआ है। लेकिन याद रखिएगा कि मैं उम्र में भले ही शुभांशु से बड़ा हूं लेकिन मैं अपने इस राम का लक्ष्मण बनने के कभी भी तैयार रहूंगा। ये इसलिए क्योंकि ये इतना प्रोफेशनल हैं।
भारत आज भी सारे जहां…
शुभांशु शुक्ला ने कहा कि क्रू डैगन में कैसे ट्रैवल करना है। इसे लेकर हमे बेहतर ट्रेनिंग दी गई थी। इस मिशन पर मेरा काम मिशन पायलट का था। मुझे कमांडर के साथ मिलकर काम करना था। क्रू ड्रैगन के साथ कुछ होता तो वो मेरा काम था। हमने दो सप्ताह अंतरिक्ष में बिताए। इस मिशन के लिए हमें अलग-अलग जगह ट्रेनिंग दी गई थी। हम जापान भी गए थे। एक भारतीय नागरिक के तौर पर इस मिशन पर जाना मेरे लिए गर्व की बात थी। शुभांशु शुक्ला ने कहा कि भारत आज भी अंतरिक्ष से सारे जहां से अच्छा दिखता है। यह हिंद जय भारत।