कई बार की बैठकों के बाद अब फाइनल भारत-चीन के बीच हवाई सेवा शुरू हो गई है। 5 साल से बंद पड़ी सेवा को फिर से पंख लग गए हैं। इंडियगो के विमान 6E1703 ने कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से चीन के ग्वांगझू के लिए उड़ान भरी। यह फ्लाइट रात 10.07 बजे चीन के लिए रवाना हुई थी। एयरपोर्ट डायरेक्टर ने सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी शेयर किया था। इस फ्लाइट के सुबह 4:05 बजे गुआंगझोउ बैयुन अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंचने का समय तय है।
बता दें कि दोनों देशों के बीच फ्लाइट शुरू करने के पीछे का उद्देश्य व्यापार, पर्यटन और लोगों के बीच संपर्क को आसान करना बताया जा रहा है। इंडिगो कोलकाता और ग्वांगझू के बीच प्रतिदिन नॉन-स्टॉप उड़ानें चलाएगा। इसके अलावा दिल्ली और ग्वांगझू के बीच अतिरिक्त उड़ानें 10 नवंबर से शुरू होंगी। शंघाई-दिल्ली रूट 9 नवंबर से फिर से शुरू होगा।
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कोविड-19 और डोकलाम विवाद के बाद से दोनों देशों के बीच हवाई सेवा बंद कर दी गई थी। चीनी उप महावाणिज्यदूत किन योंग ने भी कोलकाता और गुआंगझोउ फ्लाइट पर बात करते हुए भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानों की बहाली को भारत-चीन संबंधों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन बताया। किन योंग ने एयरपोर्ट पर एएनआई को बताया कि आज भारत-चीन संबंधों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। 5 साल के निलंबन के बाद यह द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक बहुत बड़ा सुधार है। कहा कि हम लंबे समय से इसकी उम्मीद कर रहे थे और यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
बीती रात रवाना हुई इंडिगो की फ्लाइट में 176 यात्री सवार थे। इसका जश्न मनाने के लिए एक औपचारिक दीप प्रज्ज्वलन कार्यक्रम भी किया गया। चीनी राजदूत ने उड़ानों की बहाली को पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हाल ही में हुई उच्च स्तरीय सहमति का पहला परिणाम बताया है।उप महावाणिज्यदूत ने कहा कि चीनी पक्ष की ओर से भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध बहुत महत्वपूर्ण हैं और पिछले कुछ सालों में हमारे नेताओं के बीच बैठक में आम सहमति दिखाई गई है और आज सीधी उड़ान की बहाली दोनों नेताओं के बीच समझौते के बाद हमें मिला पहला फल है।
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