Farooq Abdullah react on Ghulam Nabi Azad statement: नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के रात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने संबंधी बयानों पर गुलाम नबी आजाद ने अब स्पष्टीकरण जारी किया है। उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा कभी नहीं कहा कि अब्दुल्ला पीएम मोदी से मिले। उन्होंने कहा कि मेरा बयान यह था कि उन्होंने (फारूक अब्दुल्ला) बीजेपी आलाकमान से मिलने का प्रयास किया। आगे उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्होंने रात में ही मिलना चाहा।
#WATCH | On Ghulam Nabi Azad's statement, National Conference Chief Farooq Abdullah says, "…If I have to meet PM Modi or Union Home Minister Amit Shah, I will meet them during the day, why should I meet them at night?…what is the reason that he has thought of defaming Farooq… https://t.co/dl2Ad78HFU pic.twitter.com/wFxBqJPrpW
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) February 19, 2024
मैं किस डर से उनसे रात में मिलूंगा..
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद के बयानों पर फारूक अब्दुल्ला की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। अब्दुल्ला ने इस पूरे मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए तल्ख लहजे में कहा कि मैं गुलाम नबी आजाद साहब की इज्जत करता हूं। लेकिन उनके ऐसे बयानों पर मुझे अफसोस होता है। उन्होंने कहा कि अगर मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गृहमंत्री अमित शाह से मिलना है तो मैं दिन में उनसे मिलूंगा। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि मैं किस डर से उनसे रात में मिलूंगा।
मैंने अपनी जगह गुलाम नबी आजाद को राज्यसभा भेजा
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कुछ लोग केवल मुझे बदनाम करना चाहते हैं। बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा कि कुछ लोग मेरा नाम हर मामले में घसीटना चाहते हैं। आगे उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद यह न भूलें की जब सभी उन्हें राज्यसभा में भेजने के खिलाफ थे तो मैंने अपनी जगह उन्हें राज्यसभा भेजा। पूरा किस्सा बताते हुए वह बोले की मैं बीमार होने के चलते विदेश में था, उस दौरान राज्यसभा सदस्य के उम्मीदवार चुने जाने थे। सोनिया गांधी जी ने मेरे बेट उमर अब्दुल्ला को फोन कर मुझे उम्मीदवार बनाने की बात कही। उमर का फोन मेरे पास आया लेकिन मैंने अपनी तबीयत का हवाला देते हुए गुलाम नबी आजाद को सदस्य बनाने की सिफारिश की और उन्हें राज्यसभा भेजा, जबकि उस समय वरिष्ठ कांग्रेसी इसके खिलाफ थे।