नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी इलाके में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और बिश्नोई गिरोह के सदस्यों के बीच मुठभेड़ हो गई। घटना सेक्टर 36 की बताई जा रही है। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गिरोह से जुड़े तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक, स्पेशल सेल और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्यों के बीच हुई मुठभेड़ में दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुई। मुठभेड़ में शामिल एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ के बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से हथियार भी बरामद किया गया है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तारी के समय आत्मसमर्पण करने की चेतावनी देने के बावजूद बिश्नोई गैंग के सदस्यों ने बचने के लिए पुलिस टीम पर तीन से चार राउंड फायरिंग की। इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ के दौरान एक पुलिस अधिकारी को गोली लगी, लेकिन उन्होंने बुलेट प्रूफ जैकेट पहनी थी जिससे उनकी जान बच गई।
जानकारी के मुताबिक, मुठभेड़ के बाद पकड़े गए बदमाशों के पास से तीन पिस्टल और 10 से ज्यादा जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल शूटर गिरफ्तार
बता दें कि पंजाब पुलिस ने शनिवार को ही सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल एक शूटर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मर्डर केस में फरार शूटर दीपक उर्फ मुंडी और उसके दो सहयोगियों कपिल पंडित और राजिंदर को गिरफ्तार किया गया है। पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों और दिल्ली पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में तीनों को गिरफ्तार किया। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने ये जानकारी दी।
पश्चिम बंगाल-नेपाल सीमा से आरोपियों को किया गिरफ्तार
डीजीपी ने बताया कि दीपक, कपिल पंडित और राजिंदर को आज एजीटीएफ टीम ने पश्चिम बंगाल-नेपाल सीमा पर एक खुफिया आधारित ऑपरेशन के तहत गिरफ्तार किया। दीपक बोलेरो मॉड्यूल में शूटर था, जबकि कपिल पंडित और राजिंदर ने हथियार और ठिकाने समेत रसद सहायता प्रदान की थी।
बता दें कि दीपक उर्फ मुंडी सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में छठा शार्प शूटर है। पुलिस ने दीपक उर्फ मुंडी को गिरफ्तार करने के लिए ‘ऑपरेशन मुंडी’ चलाया था। फरार शूटर दीपक की तलाश में पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसी की मदद से कई जगहों पर छापेमारी की थी। आखिरकार पुलिस को शनिवार को सफलता मिल गई।