Rahul Gandhi PC On Electoral Bond : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड दुनिया का सबसे बड़ा वसूली रैकेट है। सीबीआई और ईडी से दबाव डालकर भाजपा के लिए वसूली की जाती है।
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड बेहद ही गंभीर मुद्दा है। मोदी ने इलेक्टोरल बॉन्ड का कॉन्सेप्ट रखा। ये दुनिया का सबसे बड़ा वसूली रैकेट है। कंपनियों से हफ्ता लेने का तरीका है। कंपनियों से कॉन्ट्रैक्ट और शेयर लेने का तरीका है। इलेक्टोरल बॉन्ड के आंकड़े सामने आ गए हैं। पहले सीबीआई, ईडी और आईटी द्वारा कंपनियों पर केस लगाया जाता है और उसके बाद भाजपा को पैसा मिलता है।
यह भी पढ़ें : किसको कितना मिला चुनावी चंदा? EC की वेबसाइट पर सामने आई डिटेल
LIVE: Shri @RahulGandhi addresses the media in Maharashtra. #BharatJodoNyayYatra https://t.co/SbL08U6U8p
---विज्ञापन---— Congress (@INCIndia) March 15, 2024
भाजपा के लिए वसूली करने में लगी हैं एजेंसियां
उन्होंने आगे कहा कि मोदी के दावे की हकीकत सामने आ गई है। देश की सारी एजेंसियों को भ्रष्टाचार करने में लगा दिया गया है। सीबीआई और ईडी जांच नहीं, बल्कि भाजपा के लिए वसूली करती हैं। हम ED, CBI, IT को कंट्रोल नहीं कर रहे हैं। राज्य सरकारों को गिराने में इन्हीं पैसों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
#WATCH | Congress MP Rahul Gandhi says, "The institution of the country whether it is ED, Election Commission of India or CBI, now they are not the institution of the country but the weapons of BJP and RSS. If these institutions had done their work, this would have not happened.… pic.twitter.com/DGDMDptFO8
— ANI (@ANI) March 15, 2024
यह भी पढ़ें : Lok Sabha Election 2024 : सपा ने जारी की तीसरी सूची, TMC के लिए छोड़ी बड़ी सीट, देखें पूरी List
एनसीपी-शिवसेना को पैसों से तोड़ा गया : कांग्रेस नेता
शिवसेना और एनसीपी को कैसे तोड़ा गया? इसे लेकर राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें तोड़ने में इन्हीं पैसों का इस्तेमाल किया गया है। पैसा कहां से आया, ये मैंने बता दिया है। पूर्व सीएम अशोक चव्हाण और मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मिलिंद देवड़ा गए कोई बात नहीं। अशोक चव्हाण गए ठीक है। कांग्रेस नहीं टूटी है। पैसों से एनसीपी और शिवसेना को तोड़ा गया।