Earthquake in Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर में आज सुबह करीब पौने 7 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। पुंछ और बारामूला शहरों मे भूकंप के झटके लगे। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.9 मापी गई। पुंछ इलाके में भूकंप आया और इसका केंद्र बिंदु बारामूला से 5 किलोमीटर दूर धरती के नीचे बताया जा रहा है।
वहीं लोगों का कहना है कि भूकंप के झटके इतने जोरदार थे कि उनकी नींद खुल गई। वे तुरंत अपने बच्चों को लेकर घर से बाहर भागे। दरवाजे, खिड़कियां, बर्तन, पंखे सब हिलने लगे। बता दें कि भूकंप से अभी तक किसी तरह के जान माल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। पुलिस और बचाव टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं।
Another earthquake of magnitude 4.8 on the Richter Scale struck Baramulla, Jammu and Kashmir: National Center for Seismology pic.twitter.com/LVWG6ZnL2E
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) August 20, 2024
5.1 तीव्रता के भूकंप से हिला टोक्यो
बता दें कि भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया पिछले कई दिन से भूकंप के झटकों से हिल रही है। बीते दिन जापान के टोक्यो में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.1 रही। भूकंप के झटके सेंट्रल टोक्यो तक लगे और स्थानीय समय के अनुसार सोमवार की रात 12.50 बजे भूकंप आया था। इस भूकंप का केंद्र बिंदु धरती के अंदर 10 किलोमीटर की गहराई में मिला। हालांकि सुनामी की चेतावनी जारी नहीं हुई थी और किसी तरह के जान माल का नुकसान भी नहीं हुआ था, लेकिन लोगों में दहशत का माहौल जरूर बना हुआ है।
Was that an #earthquake or a #thunderbolt? ⛈️🤯
For the first time in my life, a thunderclap scared me so much that it woke me from sleep. ⚡ #Rain across #Hyderabad is expected to subside by 8 AM.#Hyderabad #Telangana #HyderabadRains pic.twitter.com/BbqHdXV7Ih
— Vinay Kulkarni (@Vinaykulkarni91) August 20, 2024
रूस में भूकंप से फटा ज्वालामुखी
बता दें कि इससे पहले 18 अगस्त को रूस में भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.1 मापी गई थी। रूस में आए इस भूकंप के कारण शिवेलुच ज्वालामुखी फट गया था, जिसे लावा और काले धुएं का गुबार उठा। यह ज्वालामुखी समुद्र तल से 8 किलोमीटर की ऊंचाई पर है। हालांकि भूकंप और ज्वालामुखी से किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन पूरे देश में दहशत का माहौल बना हुआ है, क्योंकि इतनी ज्यादा तीव्रता का भूकंप आना और उससे ज्वालामुखी का फटना किसी खतरे की चेतावनी हो सकता है। रूस सरकार ने लोगों को सतर्क रहने को कहा है और बचाव टीमों को भी अलर्ट मोड पर रखा है। किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार रहने के आदेश हैं।