Mau Youth Fraud Case: (राहुल सिंह, मऊ) बेरोजगार युवकों के साथ किस तरीके से धोखाधड़ी हो जाती है? इसके बारे में आपने खूब सुना होगा, लेकिन भारत के लोगों को गल्फ कंट्री यूएई में कैसी-कैसी मुसीबतें झेलनी पड़ती हैं? इसका नजारा देखने के बाद आप हैरान रह जाएंगे। जनपद मऊ में एक पिता सामने आए हैं, जो अपने बेटे को गल्फ कंट्री यूएई से छुड़ाने के लिए पीएम मोदी और विदेश मंत्री से गुहार लगा रहे हैं। पिपराती निवासी संजय सिंह उर्फ भीष्म दादा के नाम से मशहूर किसान के बेटे विशाल सिंह 20 माह पहले रोजगार की तलाश में दुबई गए थे।
क्रेडिट कार्ड के नाम पर ले लिया लोन
एजेंट के मुताबिक उनको इंजीनियर बनना था। लेकिन इंजीनियर का कार्ड मिलने के बाद उनको 3 महीने तक ऐसे ही घुमाया गया और सैलरी स्लीप पर क्रेडिट कार्ड लेकर 3 लाख का भारी भरकम लोन ले लिया गया। जिसके बारे में विशाल को पता नहीं लगा। लेकिन जैसे ही 3 महीने बीते, उनको एक कमरे में नजरबंद कर दिया गया और फिर शुरू हो गया विशाल पर जुल्मों का सिलसिला। दुबई के शारजाह में फंसे विशाल के साथ हैदराबाद का एक और शख्स भी था। साथ में कानपुर देहात की युवती भी उनके साथ बंद है। सभी लोग धोखेबाजी का शिकार हुए थे।
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एक ही कमरे में तीनों को बंद किया गया। हैदराबाद निवासी युवक की भूख और प्यास से तड़पकर मौत हो चुकी है। जिसके बाद महिला और विशाल अब भी नजरबंद हैं। दोनों का वीजा भी 4 महीने बाद एक्सपायर हो जाएगा। नौकरी देने वाला एजेंट फोन नहीं उठा रहा। इसी बीच विशाल सिंह ने वीडियो कॉल पर अपने पिता को आपबीती सुनाई है। जिसके बाद पिता संजय सिंह उर्फ भीष्म दादा ने प्रधानमंत्री मोदी, विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर बेटे की सकुशल रिहाई की मांग की है। विशाल ने साथ में युवती को भी आजाद करवाने की मांग की है।