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Congestion Tax क्या? टोल टैक्स से कैसे अलग? दिल्ली वालों की जेब पर पड़ेगा असर

What is Congestion Tax Delhi Latest News Update: दिल्ली सरकार कुछ रूटों पर कंजेशन टैक्स लगाने की प्लानिंग कर रही है। यह टैक्स जल्द ही लागू किया जा सकता है। कंजेशन टैक्स लगने के बाद पीक आवर में दिल्ली की सड़कों पर चलना आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है।

Edited By : Sakshi Pandey | Updated: Oct 12, 2024 15:33
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Delhi Congestion Tax

Delhi Congestion Tax: दिल्ली की सड़कों पर चलना अब आपकी जेब पर तगड़ा असर डाल सकता है। जी हां, दिल्ली सरकार ट्रैफिक से निपटने के लिए कंजेशन टैक्स लगाने पर विचार कर रही है। खासकर पीक आवर में बढ़ते ट्रैफिक को रोकने के लिए सरकार कंजेशन टैक्स अप्लाई कर सकती है। दिल्ली सरकार की तरफ से इसका औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है। मगर यह नया नियम जल्द ही लागू हो सकता है।

क्या है कंजेशन टैक्स?

कंजेशन टैक्स एक तरह का ‘भीड़ कर’ होगा। भीड़भाड़ वाले समय यानी ऑफिस टाइम में दिल्ली की कुछ सड़कों पर यह टैक्स लगाया जाएगा। जहां टोल टैक्स अमूमन हाईवे पर लगता है, तो वहीं कंजेशन टैक्स शहरों के मुख्य मार्गों पर लगाया जाता है। ऐसे में अगर आप पीक आवर के समय दिल्ली की भीड़भाड़ वाली सड़कों से गुजरते हैं, तो आपके लिए कंजेशन टैक्स देना अनिवार्य हो सकता है। हालांकि यह टैक्स किस-किस रूट पर लगेगा? इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।

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ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने बताई डिटेल्स

ट्रांसपोर्ट के स्पेशल कमिश्नर शहजाद आलम का कहना है कि वो कंजेशन टैक्स का प्राइस तय करने की रणनीति बना रहे हैं। पीक ट्रैफिक आवर में दिल्ली की कुछ सड़कों से गुजरने वाले लोगों को यह टैक्स देना होगा। वहीं कंजेशन टैक्स कितने रुपये होगा? इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है।

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13 बॉर्डर इलाकों पर होगा लागू

शहजार आलम ने बताया कि ट्रैफिक से निपटने के लिए नया फंड आवंटित किया जाएगा। हम कंजेशन टैक्स लगाने की योजना बना रहे हैं। पहले इसे ट्रायल के रूप में कुछ जगहों पर लगाया जाएगा। कंजेशन टैक्स को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दिल्ली की 13 जगहों पर लागू किया जाएगा। इनमें ज्यादा दिल्ली के बॉर्डर इलाके शामिल होंगे।

2018 में 21 जगहों पर लगा था कंजेशन टैक्स

बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली सरकार कंजेशन टैक्स लगाने पर विचार कर रही है। इससे पहले 2018 में भी दिल्ली सरकार कंजेशन टैक्स लगा चुकी है। तत्कालीन LG अनिल बैजल ने पीक आवर के दौरान दिल्ली में आने वाले वाहनों पर कंजेशन टैक्स लगाया था। कंजेशन टैक्स लगाने का असली मकसद दिल्ली को जाम से छुटकारा दिलाना और प्रदूषण मुक्त रखना है। 2018 में ITO के अलावा मेहरौली-गुरुग्राम रोड समेत 21 जगहों पर कंजेशन टैक्स लगाया गया था। 2017 में संसदीय कमेटी ने भी राजधानी में कैपिटल टैक्स लगाने का सुझाव दिया था।

बेंगलुरु में भी होगा लागू

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दिल्ली के अलावा कर्नाटक सरकार भी बेंगलुरु में कंजेशन टैक्स लगाने पर विचार कर रही है। बेंगलुरु का नाम दुनिया के सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले शहरों में शुमार है। बेंगलुरु में हर रोज कई किलोमीटर का ट्रैफिक लगता है। इससे निजात पाने के लिए राज्य सरकार पीक आवर में बेंगलुरु की कुछ सड़कों पर कंजेशन टैक्स लगा सकती है।

कई शहरों में लगता है कंजेशन टैक्स?

कंजेशन टैक्स लगाने का आइडिया काफी पुराना है। दुनिया के कई बड़े शहरों में कंजेशन टैक्स आज भी लागू है। इस लिस्ट में सिंगापुर, लंदन, स्टॉकहोम जैसे शहरों का नाम शामिल है।

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Written By

Sakshi Pandey

First published on: Oct 12, 2024 03:33 PM

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