CSDS Professor Sanjay Kumar: सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (CSDS) के प्रोफेसर अपने माफीनामे के लिए सुर्खियों में हैं। उन्होंने महाराष्ट्र के वोटरों की संख्या को लेकर गलत डेटा पेश करने के लिए माफी मांगी है। उन्होंने गत 17 अगस्त 2025 को एक ट्वीट करके विधानसभा चुनाव 2024 से लोकसभा चुनाव 2024 के बीच महाराष्ट्र के वोटरों की संख्या में असामान्य वृद्धि होने का दावा किया था। उनके इस दावे को आधार पर कांग्रेस और INDIA ब्लॉक ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी को आरोप लगाए। आइए एक पोस्ट लिखकर देश की सियासत में तूफान लाने वाले संजय कुमार के बारे में जानते हैं…
I sincerely apologize for the tweets posted regarding Maharashtra elections.
Error occurred while comparing data of 2024 LS and 2024 AS. The data in row was misread by our Data team.
The tweet has since been removed.
I had no intention of dispersing any form of misinformation.---विज्ञापन---— Sanjay Kumar (@sanjaycsds) August 19, 2025
कौन हैं प्रोफेसर संजय कुमार?
बता दें कि संजय कुमार मशहूर राजनीतिक विश्लेषक हैं और भारतीय राजनीति में एक बड़ा नाम हैं। वे सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (CSDS) नई दिल्ली के प्रोफेसर हैं। साथ ही संस्थान के लोकनीति कार्यक्रम के असिस्टेंट डायरेक्टर हैं। वे और उनकी टीम मतदाता व्यवहार, चुनावी अध्ययन और सामाजिक-राजनीतिक सर्वेक्षण करती है। संजय कुमार दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट रहे हैं और सोशल साइंस से ग्रेजुएट हैं। उन्होंने साल 1996 में CSDS जॉइन किया था।
संजय कुमार सोशल साइंस रिसर्चर हैं। सामाजिक परिवर्तनों, राजनीतिक और लोकतांत्रिक रिसर्च करते हैं। लोकनीति कार्यक्रम के तहत भारतीय राजनीति, लोकसभा-विधानसभा चुनाव और मतदाता व्यवहार का सर्वेक्षण एवं विश्लेषण करते हैं। उन्होंने अपनी टीम के साथ नेशनल इलेक्शन स्टडी (NES) सर्वे भी किया है। इलेक्शन डेटा और मतदाता रुझानों पर आर्टिकल लिखते हैं, समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में भी प्रकाशित होते हैं। संजय कुमार के सर्वे, विश्लेषण और डेटा विश्वसनीय माने जाते हैं।

विवाद में क्यों आए संजय कुमार?
संजय कुमार कई किताबें और रिसर्च पेपर लिख चुके हैं। उन्होंने पोस्ट मंडल पॉलिटिक्स इन बिहार और चेंजिंग इलेक्टोरल पॉलिटिक्स इन दिल्ली नामक किताबें लिखी हैं, लेकिन संजय कुमार विवादों में इसलिए आए, क्योंकि उन्होंने 17 अगस्त 2025 को अपने X हैंडल पर एक पोस्ट लिखी थी। पोस्ट में उन्होंने महाराष्ट्र के वोटर्स का डेटा पेश किया था।
दावा किया था कि साल 2024 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच वोटर्स की संख्या असामान्य तरीके से बढ़ी थी। इस डेटा के आधार पर राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाकर सियासी तूफान खड़ा कर दिया। हालांकि संजय कुमार ने गलत डेटा देने के लिए माफी मांग ली है, लेकिन इस विवाद ने CSDS की विश्वसनीयता पर सवाल उठा दिया है।